रांची (RANCHI) : झारखंड भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अभी दिल्ली दौरा कर पार्टी के कार्यक्रम में शिरकत कर रहे है. जहां उन्होंने आज केंद्र गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात है. मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने 2024 के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के साथ झारखंड की राजनीतिक स्थित औऱ चल रही राजनीतिक गतिविधियों के बारे में चर्चा की. बता दें कि सोमवार को बाबूलाल मरांडी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी. बाबूलाल मरांडी 15 जुलाई को प्रदेश अध्यक्ष का विधिवत प्रभार ग्रहण करने वाले हैं.
आदिवासी चेहरे को साथ चुनावी वैतरनी पार करने की कोशिश
ध्यान रहे की बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने झारखंड जैसे आदिवासी बहुल्य राज्य में पार्टी की कमान एक आदिवासी नेता को सौपने का फैसला किया है. ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा को इस बात का ऐहसास हो गया था कि पीएम मोदी के चेहरे के बुते हर विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बीजेपी के लिए एक असफल प्रयोग है. हालांकि जब बात लोकसभा चुनाव की आती है तो वहां पीएम मोदी का चेहरा काम आ जाता है. औऱ बीजेपी लोकसभा में अपनी विजय का पताका फहराती है.
बाबूलाल का संताल पर निशाना
ध्यान रहे कि बाबूलाला मरांडी संताल आदिवासी समुदाय से आते है, जिनकी आबादी झारखंड में काफी ज्यादा है. बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बीजेपी संताल परगना की विधानसभा और लोकसभा सीटों को साधने का प्रयास करेगी. बता दें कि बाबूलाल मरांडी ना केवल आदिवासी बल्कि गैर-आदिवासियों के बीच भी अच्छी पकड़ है. साथ ही झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्य की आज भी प्रशंसा होती है. यही कारण है कि बीजेपी उन्हें आगे कर झारखंड में लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव में अपनी जीत दर्ज करना चाहती है. लेकिन बीजेपी का यह चुनावी दाव किस हद तक कारगर है. यह आने वाले लोकसभा औऱ विधानसभा चुनाव में स्पष्ट हो जाएगा.
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