बाबूलाल को कुत्ता तो नहीं लेकिन गिरगिट ने जरूर छूआ है, तभी तो वे रंग बदलते रहते हैं-  प्रदीप यादव 

राजनीति में कोई किसी का ना तो स्थायी दोस्त होता है और ना ही स्थायी दुश्मन. झारखंड के परिदृश्य में भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी और कांग्रेस नेता प्रदीप यादव इसका सबसे बेहतर उदाहरण माना जा सकता है. दोनों ने भाजपा से राजनीति की शुरुवात की. बाद में दोनों भाजपा से अलग होकर झारखंड विकास मोर्चा नामक राजनीतिक दल बनाया.

बाबूलाल को कुत्ता तो नहीं लेकिन गिरगिट ने जरूर छूआ है, तभी तो वे रंग बदलते रहते हैं-  प्रदीप यादव