देवघर(DEOGHAR): देवघर का एक परिवार पिछले छह पीढ़ी से देवघर के बाबा मंदिर में प्रातःकाल पूजा के लिए चढ़ावे का दूध पहुंचा रहा है.
खास बात यह है कि इसके लिए यह परिवार एक अलग देसी नस्ल की गाय का पालन करता है, और प्रत्येक दिन इस गाय का ताजा दूध लेकर परिवार का एक सदस्य प्रातः काल पूजा में पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंग पर दुग्घाभिषेक के लिए मंदिर पहुंच जाता है. बाबा वैद्यनाथ के प्रति इस परिवार की आस्था और समर्पन का यहां के आम लोगो सहित तीर्थ पुरोहित भी सराहना करते है.
पिछले 6 पीढ़ी से बाबा बैद्यनाथ पर यह परिवार ही चढ़ाता है पहला दूध
देवघर स्थित बाबा वैद्यनाथ के प्रति अटूट आस्था और विश्वास ने कई परंपराओं को जन्म दिया है. इसी में शामिल हो गया है देवघर के एक परिवार के पिछले लंबे अरसे से बाबा के प्रातःकाल के लिए चढ़ावे का दूध प्रतिदिन मंदिर पहुंचाने की परंपरा.यह परिवार पिछले लगभग कई दशको से लगातार प्रातःकालीन पूजा के लिए चढ़ावे का दूध बाबा मंदिर पहुंचा रहा है. इस परिवार की माने तो सरदार पंडा के समय से इनके पूर्वजो ने इस परंपरा की शुरुआत की थी, जो आजतक बखूबी जारी है. इसके लिए इनके द्वारा अलग से देसी नस्ल की गाय का पालन किया जाता है, और प्रत्येक दिन अहले सुबह पूरी श्रद्धा से गाय का ताजा दूध लेकर बाबा के जयकारो के साथ बाबा मंदिर पहुंचाया जाता है.इस परिवार की इतने लंबे अरसे से चली आ रही परंपरा को तीर्थ पुरोहित भी सराहना करते है.
जाने कैसे बाबा ने बिन कृपा बरसाई
कहते है सच्ची श्रद्धा और निष्ठा के साथ देवघर स्थित कामना लिंग की अराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. यह बाबा के प्रति इस परिवार की अटूट आस्था का ही परिणाम है कि आज यह परिवार देवघर में गाय के शुद्ध दूध के बड़े खटाल का संचालन कर रहा है जहां प्रत्येक दिन सैकड़ों लीटर शुद्ध दूध यहां के स्थानीय लोगो को उपलब्ध हो रहा है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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