टीएनपी डेस्क (TNP DDESK): हजारीबाग के पूर्व सांसद जयंत सिन्हा को भाजपा के प्रदेश महामंत्री सह राज्यसभा सांसद आदित्य साहू के द्वारा नोटिस जारी किया गया था. जिसमें उनसे जवाब मांगा गया था कि उन्होंने लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा क्यों नहीं लिया था. जिसका जवाब जयंत सिन्हा ने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर दी है. साथ ही इस पोस्ट में जयंत सिन्हा का दर्द भी साफ तौर पर दिख रहा है.
बिना जाने समझे मीडिया के सामने जारी किया गया नोटिस
श्री आदित्य साहू जी द्वारा 20 मई, 2024 को भेजे गए पत्र के संबंध में मेरी प्रतिक्रिया। pic.twitter.com/n9SDeDEQv0
— Jayant Sinha (Modi Ka Parivar) (@jayantsinha) May 22, 2024
जयंत सिन्हा ने अपने पोस्ट में राज्यसभा सांसद आदित्या साहू के कारण बताओं का जवाब दो दिनों के अंदर ही दे दिया. साथ ही उन्हें अफसोस जताते हुए लिखा कि उन्हें बिना जाने समझे कैसे मीडिया के जरिए नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के महापर्व में उन्होंने हिस्सा लिया था और पोस्टल बैलट पेपर के जरिए मतदान भी किया है.
साथ ही उन्होंने कुछ बातों को याद दिलाते हुए बताया कि 2 मार्च, 2024 को लोकसभा चुनाव में काफी समय पहले ही सक्रिय चुनावी दायित्व में भाग न लेने का निर्णय़ उन्होंने लिया था. ताकि वैश्विक जलवायु परिवर्तनन से उभरे हुए मुद्दों पर ध्यान आकृष्ट कर सकूं. यह निर्णय सार्वजनिक घोषणा करके मैसेज पोस्ट करके बताया था. उन्होंने यह भी एक मैसेज के जरिये बताया कि आर्थिक और शासन संबंधी नीतियों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखूंगा.
पार्टी नहीं चाहती कि किसी प्रकार की चुनावी गतिविधि में लू भाग- जयंत सिन्हा
निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी चाहती कि किसी प्रकार की चुनावी गतिविधि में भाग लूं तो निश्चित रूप से संपर्क कर सकते थे. लेकिन 2 मार्च, 2024 की घोषणा के बाद झारखंड के किसी वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी सांसद, विधायक ने संपर्क नहीं किया. किसी भी पार्टी कार्यक्रम, रैली, संगठनात्मक बैठक के लिए आमंत्रित नहीं किया. प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अगर चाहते तो निश्चित रूप से आमंत्रित कर सकते थे लेकिन ऐसा नहीं किया. साथ ही कहा कि 29 अप्रैल को भाजपा उम्मीदवार मनीष जायसवाल की नामांकन रैली में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया, लेकिन सूचना देर से मिली. सुबह हजारीबाग पहुंचना संभव नहीं था. दो मई को हजारीबाग पहुंचकर मनीष जायसवाल के आवास में शिष्टाचार भेंट करने के लिए पहुंचा. इस दौरान वो उपस्थित नहीं थे. ऐसे में उनके परिवार वालों को शुभकामना संदेश दिया था. इसके बाद मनीष जायसवाल ने कोई संपर्क नहीं साधा. इस कारण 3 मई को वापस दिल्ली लौट गया.
पोस्टल बैलेट के जरिए किया मतदान- जयंत सिन्हा
उन्हें यह भी बताया कि 10 मई को विदेश चला गया इसकी सूचना लोकसभा अध्यक्ष को भी दी गई. पार्टी द्वारा किसी भी कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं करने के कारण रुकने की भी कोई खास आवश्यकता नहीं दिखाई पड़ी. उसके पहले ही मैंने पोस्टल बैलेट प्रक्रिया के जरिए मतदान किया. इसलिए जो आरोप लगाया गया है वह गलत है. उन्होंने यह भी कहा कि मतदान के कर्तव्य का पालन उन्होंने किया है. उन्होंने आगे कहा कि 2019 के चुनाव में रिकार्ड वोट से विजय हुआ था. उन्होंने प्रदेश महामंत्री पर सवाल खड़ा करते हुए यह भी कहा कि चुनाव समाप्त होने के बाद इस तरह का पत्र भेजना समझ के परे है.
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