दीपावली आते ही जुए में  मस्त और व्यस्त हुआ धनबाद,समझिये अड्डों का  गणित 

दीपावली नजदीक हो और जुआ अड्डों की चर्चा ना हो, ऐसा कभी होता नहीं है. दशहरा के बाद से ही जुआ अड्डा  की चर्चा शुरू होने लगती है. लक्ष्मी पूजा के बाद यह धीमी गति से शुरू होती है और उसके बाद जैसे-जैसे दिन बीतता है, इसकी गति तेज होती जाती है.

दीपावली आते ही जुए में  मस्त और व्यस्त हुआ धनबाद,समझिये अड्डों का  गणित