देवघर(DEOGHAR):लोगों को सरकारी दफ्तर के चक्कर नही लगाना पड़े इसके लिए प्रज्ञा केंद्र की शुरुआत की गई है।. पैन कार्ड और पासपोर्ट बनाने के लिए आवेदन लेना,रेलवे टिकट बनाना, जातीय,आय,आवासीय,जन्म- मृत्यु प्रमाणपत्र के प्रमाण पत्र बनवाना,भूमि से संबंधित कार्यो को ऑनलाइन करवाना इत्यादि प्रज्ञा केंद्र का कार्य होता है. इसके लिए आवश्यकता अनुसार कुछ राशि भी तय की गई है. इसी दस्तावेज को बनवाने वाले प्रज्ञा केंद्र में फर्जी तरीका से प्रमाण पत्र और दस्ताबेज भी बनाया जाता है. महज कुछ पैसों के लिए प्रज्ञा केंद्र संचालक किसी की जिंदगी से खेलवाड़ कर देते हैं.
एक प्रज्ञा केंद्र संचालक पर मामला दर्ज, 3 से स्पष्टीकरण
देवघर के देवीपुर स्थित अमैयासार प्रज्ञा केंद्र के संचालक बलराम मंडल पर देवीपुर अंचल कर्मी मुकेश कुमार मुर्मू की ओर से स्थानीय थाना में मामला दर्ज कराया गया है. बलराम के ऊपर आईपीसी की धारा 420, 467 और 468 के तहत मामला दर्ज किया गया है. ये मामला काश में तब आया जब आवेदिका छोटी कुमारी के परिजन ने जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रज्ञा केंद्र में आवेदन दिया गया था. और दूसरे दिन ही उन्हें प्रमाण पत्र निर्गत कर दिया गया. वो भी अंचलाधिकारी के साइन वाला. छोटी कुमारी के परिवार को जब थोड़ा शंका हुआ. तो निर्गत प्रमाण पत्र की की सच्चाई जानने के लिए अंचल कार्यालय पहुंचे. इसकी छानबीन शुरू की गई.
राशि से ज्यादा की वसूली की शिकायत पर जांच किया गया
प्रशिक्षु आईएएस सह अंचलाधिकारी अनिमेष रंजन ने खुद इसकी जांच की तो फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का मामला सामने आया. और प्रज्ञा केंद्र संचालक पर एफआईआर दर्ज करवाया गया. वहीं दूसरी तरफ प्रज्ञा केंद्रों की ओर से तय राशि से ज्यादा की वसूली की शिकायत पर जांच किया गया. इस दौरान देवीपुर के अमडीहा प्रज्ञा केंद्र संचालक नित्यानंद वर्मा,रामुडीह के चंदन कुमार लाल और राजपुरा प्रज्ञा केंद्र संचालक वीरेंद्र कुमार से स्पष्टीकरण मांगा गया है.
एक बार अवश्य क्रॉस चेक करवाएं
अगर आप किसी भी प्रज्ञा केंद्र से कोई प्रमाण पत्र निर्गत करवाते हैं, तो एक बार अवश्य संबंधित कार्यालय में जाकर क्रॉस चेक कर लें नहीं तो फर्जी प्रमाण पत्र या दस्तावेज के शिकार हो सकते हैं. जो बाद में शायद आपकी परेशानी की वजह बन सकता है.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
4+