धनबाद(DHANBAD): कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की धनबाद जेल में हत्या के बाद धनबाद जेल की गहनता से लगातार जांच की जा रही है. अधिकारियों की टीम छापा मार रही है. अमन सिंह की हत्या के बाद धनबाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है. जानकारी मिल रही है कि धनबाद की घटना को लेकर पूरे झारखंड के जेलों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एस ओ पी बनाने की तैयारी चल रही है. धनबाद जेल में अमन सिंह की हत्या के सभी जांचों में सुरक्षा में ढील का खुलासा हो रहा है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी कई अधिकारी नपेंगे.
शूटर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हो रही पूछताछ
वैसे अमन सिंह को गोली मारने वाले शूटर को सरायढेला थाना में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रखकर पूछताछ की जा रही है. वह अभी भी पुलिस को भरमाने की कोशिश कर रहा है. वैसे धनबाद पुलिस उसके पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से लौट आई है. सूत्रों के अनुसार 25 नवंबर को धनबाद जेल पहुंचने के अगले दिन 26 तारीख को वह अपने बड़े भाई को फोन किया था. प्रतापगढ़ पहुंची धनबाद पुलिस को उसके भाई ने यह जानकारी दी. पुलिस अभी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जेल में रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो किस नंबर से बात करता था. हत्याकांड को लेकर पुलिस की जांच सीसीटीवी पर आकर केंद्रित हो जा रही है.
पुलिस और सीआईडी की जांच में हुआ ये खुलासा
पुलिस और सीआईडी की जांच में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि हत्या के 15 मिनट पहले जेल अस्पताल पहुंचे शूटर सुंदर महतो ने अमन सिंह का पैर दबा रहे सेवादार को इशारों में कुछ कहता है .कुछ देर के बाद वह अस्पताल से निकल जाता है. थोड़ी देर बाहर टहलने के बाद वह दोबारा अस्पताल के अंदर आता है .उस समय अमन सिंह अकेले बेड पर लेटा था. अमन को अकेले पाकर रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो ने पहले एक गोली चलाई. अमन के शरीर में हलचल देख उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी .अस्पताल से निकलकर वह 15 मिनट तक जेल के बाथरूम में छुपा रहा. सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान यह सब बात सामने आई है. हालांकि अभी तक की जांच में या बात सामने नहीं आ सकी है कि आखिर धनबाद जेल में हथियार कैसे पहुंचा. इस दिशा में पुलिस की जांच जारी है. पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर हथियार किसने पहुंचाई, कैसे पहुंचाई और इसमें किन-किन लोगों की भूमिका रही.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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