दुमका (DUMKA):साइबर ठगी की जब भी बात होती है तो लोगों के जेहन में पहला नाम उभर कर जामताड़ा का सामने आता है. लेकिन धीरे धीरे जामताड़ा ही नहीं बल्कि संथाल परगना प्रमंडल के सभी जिले सायबर अपराध का गढ़ बनते जा रहा है. प्रसाशन के लाख प्रयास के बाबजूद आए दिन भोले भाले लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं. साइबर अपराधी भी समय समय पर ठगी का तरीका बदलते रहता है. सोमवार को साइबर ठगी का एक मामला दुमका नगर थाना पहुचा है. तरीका जानकर आप भी सोचने पर विवश हो जाएंगे.
जानकारी के अनुसार साइबर ठग द्वारा गोड्डा डीसी के फेसबुक एकाउंट के माध्यम से मैसेंजर पर मैसेज देकर एनजीओ संचालक सह अधिवक्ता मधुर सिंह से 40 हजार रुपये की ठगी कर ली गयी. साइबर अपराध का शिकार एनजीओ संचालक ने नगर थाना पुलिस को लिखित शिकायत की है. आपबीती सुनाते हुए मधुर सिंह ने बताया कि 11 फरवरी को दोपहर में उनके मैसेंजर पर डीसी, गोड्डा के फेसबुक एकाउंट से एक मैसेज आया. जिसमें उनके किसी सीआरपीएफ में काम करने वाले दोस्त का तबादला होने के कारण फर्नीचर बेचने की बात कह मधुर सिंह का नंबर देने की बात कही.
मधुर सिंह ने हामी भर दी. करीब एक घंटे बाद मोबाइल नंबर 9124243374 से सीआरपीएफ ऑफिस से संतोष कुमार नामक व्यक्ति ने कॉल कर कहा कि आपकी बात सर से हुई है. बताया कि समान की डिलिवरी सीआरपीएफ वैन से करा दिया जायेगा. कुल समान की कीमत 85 हजार बताया. चुकी डीसी का रेफरेंस होने के कारण ज्यादा सवाल नहीं करते हुए फर्नीचर की आवश्यकता होने के कारण हामी भर दी. तत्काल 40 हजार रूपये बैंक ऑफ इंडिया के खाता संख्या 718718210001901 में भुगतान की बात कही. शेष रकम डिलेवरी होने के बाद भुगतान की बात कही. एनजीओ संचालक मधुर सिंह ने पे-फोन के माध्यम से 20-20 हजार रुपए दो बार मे उक्त खाता में भुगतान कर दिया. उसके बाद पुनः 21750 रुपये भुगतान की बात कही. जिसपर मधुर सिंह को संदेह हुआ की वह धोखाधड़ी का शिकार हो गया. भागकर नगर थाना पहुचा और हेल्पलाइन नम्बर 1930 एवं पेमेंट मैसेज नबर पर कॉल किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका. बाद में इसकी सूचना साइबर डीएसपी को दी. आवेदन में तत्काल उक्त खाता को होल्ड करते हुए कानूनी कार्रवाई का आग्रह किया है.
रिपोर्ट:पंचम झा
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