रांची(RANCHI ): भाजपा ने तय कर लिया है कि वह डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव नहीं लड़ेगी. यह सीट आजसू को देने के लिए तैयार हो गई है. यानी NDA मिलकर वहां पर चुनाव लड़ेगा. रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में जिस प्रकार का सम्मिलित प्रयास हुआ. कुछ उसी तरह का प्रयास यहां दोहराया जाएगा.
NDA की बैठक में हो गया फैसला
भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी दो दिन तक दिल्ली में रहकर पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की थी. उसके बाद शुक्रवार को बाबूलाल मरांडी रांची लौटे.शुक्रवार की रात आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के आवास पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने डुमरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के संबंध में चर्चा की. तय हो गया कि आजसू ही यहां से चुनाव लड़ेगा.
शनिवार की शाम सुदेश महतो के आवास पर आजसू संसदीय समिति की बैठक होगी. लोकसभा सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी भी इस बैठक में शामिल होंगे. प्रत्यासी के नाम की घोषणा और नामांकन की तिथि तय हो जाएगी. नामांकन के दौरान भाजपा के भी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे.
यशोदा देवी ही होंगी आजसू की प्रत्याशी
2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का आजसू के साथ गठबंधन टूट गया था. सीटों के तालमेल की वजह से यह गठबंधन टूट गया था. परिणाम स्वरुप भाजपा और आजसू दोनों अलग-अलग चुनाव लड़े थे. लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर जगरनाथ महतो चुनाव में जीत दज करने में सफल रहे. उनके निधन के बाद यह खाली हुई है. दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी गठबंधन की ओर से प्रत्याशियों होंगी. उन्हें मंत्री बनाकर गठबंधन ने पहले ही इसकी एक तरह से घोषणा कर दी थी.
हम आपको बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू यशोदा देवी दूसरे स्थान पर थीं. भाजपा प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहा था. यही कारण है कि आजसू ने इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोकी. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के आवास पर भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने पहुंचकर भाजपा नेतृत्व के संदेश को बता दिया. आजसू पहले से ही सीट पर तैयारी कर रहा था. वैसे प्रत्याशी के नाम की घोषणा शनिवार शाम को होने वाली बैठक के बाद कर दी जाएगी लेकिन यह लगभग तय माना जा रहा है कि यशोदा देवी ही प्रत्याशी होंगी.
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