रामगढ़ उपचुनाव(Ramgarh by-election): रामगढ़ उपचुनाव में आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने बड़ी जीत हासिल कर ली है. सूत्रों के अनुसार उन्होंने कुल 21,644 वोटों से यूपीए उम्मीदवार बजरंग महतों को हरा दिया है. बता दें कि पहले राउंड से ही सुनीता चौधऱी सभी प्रत्याशियों से आगे चल रही थी. इस उपचुनाव में यूपीए और एनडीए दोनों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी थी. जिसके फलस्वरूप एनडीए उम्मीदवार ने जीत हासिल कर रामगढ़ उपचनाव में अपना सिक्का जमा लिया है. सुनीता चौधरी को लगभग 1,15,243 वोट मिले तो वहीं बजरंग महतो को 93,599 वोट मिले हैं. सुनीता चौधरी की जीत की अभी आधिकारिक घोषणा होना बाकी है.
पिछले बार से मिले ज्यादा वोट
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में सुनीता चौधरी को कुल 71,226 वोट मिले थे. लेकिन इस वर्ष उन्होंने यह आंकड़ा छठे राउंड में ही पार कर लिया था.
आजसू की मेहनत लाई रंग
आजसू प्रत्याशी सुनीता चौधरी की बात करें तो वे गिरीडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी हैं. रामगढ़ की सीट आजसू की परंपरागत सीट मानी जाती है, इसलिए इस सीट से अपने प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए आजसू ने अपनी पूरी जान झोंक दी. आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो और सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने खुद चुनावी मोर्चा संभाला. इसमें उन्हें उनके सहयोगी दल भाजपा का भी सहयोग मिला. और सारी मेहनत और सारा सहयोग आखिरकार सफल होता नजर आ रहा है.
मुख्यमंत्री का रोड शो भी नहीं आया काम
यूपीए की ओर से कांग्रेस ने बजरंग महतो को अपना उम्मीदवार बनाया था. बजरंग महतो रामगढ़ की पूर्व विधायक ममता देवी के पति हैं. बजरंग महतो के समर्थन में यूपीए ने नेताओं की फौज उतारी थी. कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और कई मंत्री और पूर्व मंत्रियों ने बजरंग महतो के लिए प्रचार किया. राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद चुनावी सभा करने रामगढ़ पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने रोड शो कर बजरंग महतो के समर्थन में वोट मांगा था. लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि सीएम हेमंत का रोड शो कोई कमाल नहीं कर सका.
रिपोर्ट: आदित्य सिंह
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