Ranchi- डुमरी उपचुनाव में जीत का परचम लहराते ही झामुमो रामगढ़ उपचुनाव में मिली हार के सदमे से बाहर निकला दिखने लगा है. बेबी देवी की जीत को टाईगर जगरनाथ के प्रति डुमरी की जनता का विनम्र श्रद्धांजलि के बजाय वह इसे हेमंत सरकार के काम काज पर जनता की स्वीकृति मान रही है.
जीत से उत्साहित झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने दावा किया है कि यदि आज के दिन लोकसभा के चुनाव की घोषणा कर दी जाय को भाजपा-आजसू को दस सीटों पर अपनी जमानत बचाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा.
इंडिया गठबंधन की पहली जीत
हालांकि इस जीत में इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी घटक दलों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए सुप्रियो ने इसे झारखंड में इंडिया गठबंधन की सुनहरी शुरुआत बताया. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान भाजपा आजसू के द्वारा पैसा प्रलोभन और भ्रम का सहारा लेकर जनता को दिग्भ्रमित करने की पूरी कोशिश की गयी, लेकिन आखिरकार न्याय और सत्य की जीत हुई.
तीन-तीन भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों की तिकड़ी को मिली हार
सुप्रियो ने कहा कि तीन तीन भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों की तिकड़ी और धन्ना सेठों की पूरी फौज भी आजसू भाजपा की इस जोड़ी को जीत के मुहाने पर भी खड़ा नहीं कर पायी. डुमरी की जीत इस बात का साफ संकेत हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में इनकी क्या हालत होने वाली है, जीत तो दूर की बात कमसे कम 10 सीटों पर इनके लिए अपना जमानत बचाना भी मुश्किल होने वाला है.
खराब नहीं रहा डुमरी में आजसू का प्रर्दशन
हालांकि देखा जाय तो आजसू डुमरी में प्रर्दशन खराब नहीं रहा है, टाईगर जगरनाथ की आकस्मिक मौत के बाद उपजी सहानुभूति की लहर में 17 राउंड तक मुकाबले में बना रहना और जीत के फासले को 17 हजार तक सीमित कर देना उनकी बड़ी उपलब्धि माना जा सकती है, भाजपा आजसू का यह कॉकटेल आने वाले चुनाव में इंडिया गठबंधन के लिए बेहद खतरनाक शक्ल भी ले सकता है.
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