डिलीवरी के बाद तबियत बिगड़ने से महिला की गई जान, डॉक्टरों का कारनामा जान हैरान हो जाएंगे आप, जानिए क्या है मामला
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टीएनपी डेस्क: हजारीबाग जिले की एक महिला को लेबर पेन होने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया जाता है. यहां वह एक बेटी को जन्म देती है. मगर बेटी के जन्म के थोड़ी देर बाद से ही महिला की तबीयत बिगड़ने लगती है. पहले तो वहां के डॉक्टर सबकुछ छिपाते हैं, फिर हाथ से मामला निकलता देख रांची रेफर कर देते हैं. रांची आने के बाद इजाज के दौरा महिला की जान चली जाती है.
डिलीवरी के बाद पेट की सिलाई करने के बाद महिला को अचानक पेट दर्द और छाती में जलन की शिकायत हुई. हजारीबाग के अस्पताल संचालकों ने उसे दर्द और बेहोशी की दवा देकर दो दिनों तक वहीं रखा. जब मामला हाथ से फिसलते देखा तो उसे रांची रेफर कर दिया गया. रांची में इलाज के दौरान उसकी जान चली गई.
डॉक्टर की लापरवाही से गई महिला की जान
रांची के डॉक्टरों ने गुरुवार को जांच पड़ताल के बाद बताया कि डिलीवरी के बाद सिलाई के दौरान पेशाब नली को भी सील दिया गया है. साथ ही साथ महिला को हाई एंटीडोज देने से उसकी दोनों किडनी में काफी इन्फेक्शन आ गया है. साथ ही लिवर भी पूरी तरह से डैमेज हो चुका है. इसी कारण महिला की मौत हो गई है.
महिला की मौत के बाद परिजन उसका शव लेकर शुक्रवार की सुबह हजारीबाग स्थित नर्सिंग होम पहुंचे और खूब हंगामा किया और तोड़फोड़ की. इस संबंध में रानी देवी के चाचा कामेश्वर मेहता ने सदर थाना में आवेदन देकर पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को सदर थाना ले आई. हंगामा के बाद से अस्पताल के सभी डॉक्टर और कर्मचारी फरार हो गए.
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