रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर राज्य में तजनीति तपिश बढ़ी हुई है. सीएम ईडी के खिलाफ कोर्ट का रुख कर चुके है.लेकिन सीएम की याचिका में पाँच तत्रुटि होने का दावा भाजपा ने किया है.साथ ही सीएम पर आरोप लगाया है कि सीएम की ओर से दायर याचिका को जान बुझ कर लटकाने का काम कर रहे है.देश के बड़े बड़े कानून के जानकार सीएम की याचिका दायर किया है. बावजूद याचिका में गलती होना एक सवाल खड़ा करता है.भाजपा ने आरोप लगाया कि ईडी से बचने के लिए ऐसे याचिका में गलती की जा रही है. इससे पहले भी राज्यपाल के खिलाफ याचिका में गलती की गई थी जो एक साल बाद भी सुनवाई नहीं हो सकी है. इस मामले में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर सीएम पर कई सवाल खड़ा किया है.
प्रतुल शहदेव ने उच्च न्यायालय के वेबसाइट से निकाले हुए दस्तावेज को जारी करते हुए दिखाया कि किस तरीके से 23 तारीख को मुख्यमंत्री की लीगल टीम ने उनके इशारे पर जिस याचिका को हाईकोर्ट में दाखिल किया है. उसमें पांच डिफेक्ट लगे हुए हैं. प्रतुल ने कहा यह सिर्फ चतुराई और धूर्तता से ईडी सम्मन मामले को उलझाने का प्रयास है. प्रतुल ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री के महंगे वकीलों , लीगल टीम को यह भी नहीं पता कि याचिका की एक्स्ट्रा कॉपी दी जाती है.
प्रतुल ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन पूरे जोर-जोर से कहता है कि मुख्यमंत्री ईडी के मामले में उच्च न्यायालय गए हैं. लेकिन याचिकाओं में डिफेक्ट को छोड़ दिया है. यानी मामला तब तक सूचीबद्ध नहीं होगा जब तक इन डिफेक्ट को दूर नहीं किया जाएगा. यानी एक बार फिर से लटकाने का प्रयास हो रहा. प्रतुल ने दावा किया की यह कोई पहला मामला नहीं है जब सदस्यता पर बात आई थी तब भी राज्यपाल और चुनाव आयोग को लेकर झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. वह याचिका भी त्रुटि से भरी हुई थी.इससे साफ है कि मुख्यमंत्री सिर्फ समय को टालने की कोशीश कर रहे है. लेकिन कब तक बचेंगे,जांच तो पूरी होगी ही.
4+