टीएनपी डेस्क(Tnp desk):-मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में इन दिनों बच्चे डर के साये में जी रहे हैं. उनकी जिंदगी इस रहस्यमयी बुखार की चपेट में आने से खत्म हो जा रही है. बेवक्त इस बीमारी के चलते जा रहे बच्चों की जान से इलाके में दहशत और चिंता पसर गई है.
पहाड़ियां जानजाति के बच्चों की मौत
दरअसल,बरहेट विधानसभा में गोड्डा जिला का एक प्रखंड पड़ता है. यही पर पिछले 14 नवंबर से लेकर 21 नवंबर तक गरीब पहाड़ियां जानजाति के सात बच्चे अज्ञात बीमार से मर गए. बच्चों की असमय मौत की खबर स्वास्थ्य विभाग को काफी देर से लगी. जोलो और बैरागो गांव में पिछले 14 नवंबर से लेकर 21 नवंबर तक पांच बच्चों की मौत हो गई, जबकि डांडो और सारमी में भी एक-एक बच्चे अकाल मौत मर गये.
हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग
असमय बच्चों की रहस्यम बीमारी से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया है. इसे लेकर लगातार विभाग की तरफ से तुरंत गांवों में जाकर जांच का आदेश दिया है. इसके साथ ही जितने बच्चों की मौत हुई, उनकी पहचान कर संबंधित परिवारों का डाटा एकत्र कर मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया गया है.
गोड्डा विधायक ने किया हेमंत सरकार पर हमला
इन बच्चों की मौत के बाद सियासत भी खूब देखने को मिल रही है. गोड्डा विधायक अमित मंडल ने हेमंत सोरेन सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. उनका कहना था कि मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र सुंदरपहाड़ी में पहाड़िया बच्चों की मौत हो रही है और प्रशासन को इसकी सूचना तक नहीं है. कोई जन संगठन जब इसकी जानकारी देता है तब जाकर प्रशासन जागता है. अमित मंडल ने इस बेहद चिंता वाली बात करार दिय और तुरंत चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की अपील की है.
डर का माहौल
बताया जा रहा है कि सुंदरपहाड़ी के असपास गांवों में अभी भी कई बच्चे इस रहस्यमी बुखार से पीड़ित है. लिहाजा, इसे लेकर पहाड़िया समुदाय में डर का माहौल बन गया है. बताया जा रहा है कि इस बीमारी की चपेट में अधिकांश बच्चे दस साल के कम उम्र के हैं. जिन्हें शुरुआत में बुखार आता है. इसके बाद उसकी मौत हो जाती है.
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