दुमका (DUMKA) : हम विकास का ढोल भले ही पीट लें, गांव गांव तक विकास की रोशनी पहुचाने का दंभ भर लें, लेकिन जमीनी हकीकत यही है कि आज भी झारखंड के कई गांव के लोगों को मौत अज्ञात कारणों से हो जाती है । यहाँ एक के बाद एक तीन मौत से लोग दहशत में है । कोई इसे फ़ूड पोइसिनिंग तो कोई मौसमी बीमारी को वजह बता रहा है लेकिन मामला प्रकाश में आते ही प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मचा हुआ । डीसी ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है ।
शिकारीपाड़ा प्रखंड के सोनाढाब गांव की है घटना
ताजा मामला दुमका जिला के शिकारीपाड़ा प्रखंड के सोनाढाब गांव का है, जहां बुधवार से शुक्रवार के बीच 3 महिलाओं की मौत हो गयी. ग्रामीणों का कहना है कि तीनों की मृत्यु पतला दस्त के कारण हुई है, जबकि दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. जिसे इलाज के दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मेडिकल टीम गांव पहुच कर स्थिति को जानने की कोशिश की इस बीच . शुक्रवार को मेडिकल टीम के साथ हल्की झड़प होने के पश्चात अंचल अधिकारी कपिल देव ठाकुर, थाना प्रभारी हरिप्रसाद साह पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे. स्थिति का जायजा लेने के पश्चात वापस लौट आए. मेडिकल टीम भी घटनास्थल पर पहुँच कर इस रहस्मयी मौत के कारणों को ढूढने की कोशिश की है.
घटना के बाद ग्रामीणों में दहशत
ग्रामीण बबलू हेंब्रम का कहना है कि इन महिलाओं की मौत से हम सदमे में है साथ ही कहा ये घटना संभवतः कुँए के दूषित पानी पीने से हुआ है कईकई गांव में पर्याप्त चापाकल की कमी है । उन्होंने आशंका व्यक्त किया कि दूषित पानी पीने से लोग बीमार हुए है , उन्होंने कहा ग्रामीणों की सुधि लेने वाला कोई नहीं है. अभी तक मरने वालों में चीतामुनि हेंब्रम (35 वर्ष), पति सकोल मुर्मू, वाहामुनि मुर्मू (23 वर्ष), पति डुडगो हांसदा, लुखी मरांडी (33 वर्ष), पति कुमर हांसदा का नाम शामिल है. शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिकारीपाड़ा से मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर करने वालों में दुर्गी हांसदा पति मंडल हेंब्रम, सुमी सोरेन पति देवीधन हांसदा का नाम शामिल है. घटना की जानकारी जैसे ही डीसी के संज्ञान में आया उन्होंने प्रशानिक और मेडिकल टीम को गांव पहुँचने का आदेश दिया है.
गांव पहुंचे अधिकारी और मेडिकल टीम
मौके पर पहुंचे प्रखंड विकास पदाधिकारी एजाज आलम ने बताया कि तीन दिनों में तीन की मौत हुई है. मेडिकल टीम लगातार गांव पहुंच रही है , यहां पर मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है. डॉक्टर गौरव भीम मुर्मू मौके पर मेडिकल की टीम के साथ पहुंचकर दवा का वितरण कर रहे हैं.
सिविल सर्जन ने की 2 मौत की पुष्टि, लोगों को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की दी नसीहत
वहीं इस बाबत सिविल सर्जन डॉ बच्चा प्रसाद सिंह ने 2 महिला की मौत की पुष्टि की है. मौत का कारण फ़ूड पॉइज़निंग के वजह से हो सकता है . उन्होंने कहा कि 13 अक्टूबर को गांव के पास मेला लगा था, वहां कुछ खाने के बाद घर आने पर एक महिला की तबियत बिगड़ी और 14 अक्टूबर को उसकी मौत हो गयी. दूसरी मौत 17 अक्टूबर को हुई. उन्होंने कहा कि मौत का कारण फ़ूड पॉइज़निंग हो सकता है ग्रामीणों को सचेत रहने की जरूरत है .
रिपोर्ट. पंचम झा
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