लोहरदगा(LOHARDAGA): नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एक लाख का इनामी नक्सली जतरू खेरवार उर्फ टाना खेरवार ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. लोहरदगा एसपी कार्यालय में नक्सली जतरू खेरवार उर्फ टाना खेरवार ने सरकार के नई दिशा कार्यक्रम के तहत सरेंडर किया है. सरेंडर किए नक्सली जतरू खेरवार पर लोहरदगा के अलावा गुमला जिला के विभिन्न थानों में कुल 17 मामले दर्ज हैं. उस पर उग्रवादी धारा के अलावा, विस्फोटक पदार्थ, विधि विरुद्ध कार्य, मुठभेड़ सहित विभिन्न घटनाओं पर मामला दर्ज हैं.
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“कम उम्र बच्चों को नक्सली संगठन से जोड़ा जा रहा है”
सरेंडर के पश्चात नक्सली जतरू खेरवार उर्फ टाना खेरवार ने कहा कि ऑपरेशन बुल के बाद माओवादी संगठन पुरी तरह से बिखर गया है. जतरू को नक्सलियों ने जबरन संगठन में शामिल किया था. आठ वर्षो से नक्सली संगठन से जुड़कर रहने के बाद वह केवल शोषण का शिकार हुआ. उसने बताया कि कम उम्र के बच्चों को नक्सली संगठन में जबरदस्ती जोड़ा जा रहा है. इसने बताया कि 12 वर्ष से कम उम्र के युवक-युवतियों को भी नक्सली संगठन में जोड़ा जा रहा है. इस मौके पर डीसी ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार सरेंडर पॉलिसी के तहत इन्हें लाभ देने की दिशा में काम किया जाएगा. वहीं एसपी ने बताया कि एक लाख का इनामी नक्सली जतरू खेरवार उर्फ टाना खेरवार ने नक्सलियों के दमन नीति की वज़ह से सरेंडर किया है. एसपी ने बाकि बचे नक्सलियों से भी सरेंडर करने की अपील की है.
रिपोर्ट: गौतम लेनिन, लोहरदगा
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