लाखों की लागत से बनाए गए कई सरकारी भवन फांक रहे धूल, आरोप के घेरे में प्रशासन
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सिमडेगा (SIMDEGA) - जिले के कोलेबिरा प्रखंड कार्यालय परिसर में लाखों की लागत से बने कई भवन बेमकसद पड़े बेकार हो रहे हैं. छः साल पूर्व जिला प्रशासन ने लगभग 24 लाख की लागत से खेल छात्रावास का निर्माण कराया गया था. खेल छात्रावास का उद्घाटन भी नहीं हुआ और ना ही उस छात्रावास में कोई खिलाड़ी एक दिन भी रहा. जर्जर खेल छात्रावास के सारे खिड़की-दरवाजे टूट कर गिर चुके थे. वहीं शौचालय की स्थिति जर्जर हो चुकी थी. इधर फिर से छात्रावास को जिला प्रशासन ने लगभग लाखों रुपए की लागत से मरम्मत कराया. लेकिन आज भी यह भवन सुनसान है. यहां न तो कोई खिलाड़ी रहता है और ना ही किसी कार्य के लिए प्रशासन उपयोग में लाता है.
कई भवन बनकर तैयार, नहीं हो रहा उपयोग
प्रखंड कार्यालय परिसर में ही ग्रामीण विकास विकास विभाग ने एक नये गोदाम का भी निर्माण कराया है. जो हमेशा ताला लगने के बावजूद खुला रहता है. जो अभी की स्थिति में बेकार पड़ा हुआ है. कार्यालय परिसर में आईटीडीए सिमडेगा अंतर्गत कल्याण विभाग के सौजन्य से दो अल्पसंख्यक क्रियोस्क का निर्माण किया गया है. वह भी बनकर तैयार है. लेकिन एक साल से बेकार पड़ा हुआ है. कार्यालय परिसर में ही तीन-चार साल पूर्व आईटीडीए सिमडेगा कल्याण विभाग के सौजन्य से एक अल्प संख्यंक क्रियोस्क का भी निर्माण किया गया था. वह भी बेकार पड़ा हुआ है.
4 वर्षों से बनते-बनते रुक गया निर्माण कार्य
वहीं प्रखंड कार्यालय के पीछे लाखों रुपए की लागत से एक अन्य भवन का निर्माण विगत 4 वर्षों से किया जा रहा है. जो अधूरा पड़ा हुआ है. ठेकेदार के द्वारा भवन निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है. यह भवन किस विभाग के द्वारा बनाया जा रहा है. किसी को भी मालूम नहीं. ग्रामीणों का कहना है कि जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए पानी की तरह, बहाए जा रहे हैं पर नहीं हो रहा सरकारी भवनों का उपयोग. वहीं ऐसे भवन का निर्माण कर सरकारी पैसों का बंदरबांट हो रही है.
रिपोर्ट : अमित रंजन, सिमडेगा
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