चौथी लहर की दस्तक : नए वेरिएंट की जांच के लिए भी कोलकाता-ओडिशा का ही लेना होगा सहारा
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टीएनपी डेस्क (TNP DESK) : चौथी लहर की आशंका के बीच देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते केस भयभीत करने लगे है. राज्य की बात करें तो पिछली तीन लहर के अनुभव बहुत सही नहीं रहें. खास कर टेस्टिंग के मामले में दूसरे राज्यों पर निर्भरता ने संक्रमण पर नियंत्रण को प्रभावित किया. इन्हीं अनुभवों की वजह से राज्य में ही जीनोम सिक्वेसिंग मशीन लगाने की पहल की गई. लेकिन अभी तक तैयारी पूरी नहीं हो सकी है. लिहाजा कोरोना के नए वेरिएंट की जांच के लिए अभी भी कोलकाता और ओडिशा के लैब पर निर्भर रहना होगा.
दरअसल रिम्स में तैयार हो रहे लैब का कार्य पूरा नहीं हो पाया है, क्योंकि लैब में इंटीरियर का मौका चल रहा है. मशीन के कंज्यूमेबल आइटम खरीदने के लिए निविदा निकाली गई है जिसकी प्रक्रिया चल रही है. उधर देश में कोरोना के नए वेरिएंट एक्स-ई का तेजी से फैलाव हो रहा है. मई में चौथी लहर का पूर्वानुमान भी है. बढ़ते मामले इसकी संभावना से इंकार नहीं करते. ऐसे में नए वेरिएंट की जांच के लिए कोलकाता और ओडिशा पर निर्भरता सुखद संकेत नहीं है.
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