धनबाद(DHANBAD): धनबाद में आज पहली बार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का जिला स्तरीय सम्मेलन हुआ, हालांकि, इसके पहले छोटे-छोटे सीएमई होते रहे हैं. लेकिन, इस बार आकार और प्रकार थोड़ा बड़ा था. इस कार्यक्रम का उद्देश्य यही था कि सभी डॉक्टर अपने क्षेत्र से अलग हटकर दूसरे क्षेत्र में क्या कुछ हो रहा है, इलाज का तरीका कैसे अपग्रेड हो रहा है, हमारे अगल-बगल क्या-क्या गतिविधियां हो रही है, इसकी जानकारी प्राप्त करना, जिससे कि अब तक धनबाद जो रेफर सेंटर के नाम से जाना जाता था, उससे लोगों को एक हद तक मुक्ति मिले.
रेफर सेंटर का दाग धोने की दिशा में किए गए बहुत काम
आयोजक कार्यक्रम की सफलता से काफी उत्साहित थे. डॉ कुणाल किशोर ने कहा कि हम जो इलाज कर रहे हैं, उसके अलावा हमारे साथी चिकित्सक क्या कर रहे हैं, इसकी जानकारी लेना चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत ही जरूरी है. दूसरी बात धनबाद को अब तक जो रेफर सेंटर मान लिया गया था, इस दाग को धोने की दिशा में बहुत कुछ किया गया है, किया जा रहा है और आगे बहुत कुछ करने की जरूरत है. अशर्फी अस्पताल के प्रतिनिधि संतोष कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम से चिकित्सा के क्षेत्र की बहुत सारी जानकारियां डॉक्टरों सहित संचालकों को भी मिल रही है. डॉ बीके अग्रवाल ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्र से अलग हटकर चिकित्सा के क्षेत्र का अपग्रेडेशन जानना जरूरी है. आईएमए धनबाद के उपाध्यक्ष डॉ बीएन गुप्ता ने कहा कि शहर से अलग हटकर ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सकों को सब कुछ जानने की जरूरत है, इसी को ध्यान में रखकर इस पूरे कार्यक्रम को कई सेशन में बांटा गया है, जिसमें गेस्ट स्पीकर भी अपने विचार व्यक्त करेंगे और लोगों को बताएंगे कि हमें आगे कैसे क्या काम करना चाहिए. धनबाद के प्रसिद्ध सर्जन डॉक्टर एस के करण ने कहा कि कोविड के पहले ऐसे आयोजन होते रहते थे. उन्होंने कहा कि हरेक डॉक्टर को हर बीमारी के बारे में जानना जरुरी है, अगर वह इलाज न भी कर सके तो कम से कम मरीज को सही सुझाव दे सके. आईएमए धनबाद के अध्यक्ष डॉ चंदन ने कहा कि उपस्थिति से हम लोग काफी उत्साहित हैं और यह पूरा कार्यक्रम लोगों की जानकारी बढ़ाने के लिए ही आयोजित किया गया है और इस कार्यक्रम में 200 से अधिक ख्याति प्राप्त चिकित्सकों ने हिस्सा लिया और अपने अनुभव को साझा किया, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.
रिपोर्ट ;शाम्भवी सिंह के साथ प्रकाश
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