देवघर (DEOGHAR) - साल 2018 में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई थी. इसका उद्देश्य आम लोगों तक मुफ्त सरकारी स्वास्थ्य योजना का लाभ पहुंचाना है. लेकिन झारखंड में अब लोगों को इस सुविधा से वंचित रहना पड़ रहा है. भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ नहीं मिलने से लोगों में काफी नाराजगी है.
योजना बंद कर दिए जाने से गरीब परेशान
बता दें कि इस योजना के तहत लोगों को 5 लाख की राशि तक सरकारी खर्चे पर ईलाज करने की सुविधा देने का प्रावधान किया गया. लोगों को इससे काफी लाभ भी पहुंच रहा है. आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित स्थानीय धनु महतो बताते हैं कि पहले गंभीर बीमारी होने से बिना इलाज के ही लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता था या फिर अपनी जमीन और मवेसी बेच कर महंगा इलाज के पैसे जुटाने पड़ते थे. लेकिन प्रधानमंत्री की आयुष्मान योजना से लोगों को काफी राहत मिल रही थी. लेकिन झारखंड सरकार द्वारा इसे बंद कर दिए जाने से हम जैसे गरीब के सामने छोटी सी बीमारी भी मौत का निमंत्रण साबित हो रही है.
मसीहा बने विधायक
ऐसे में देवघर के सारठ विधायक और पूर्व मंत्री रणधीर सिंह लोगों के लिए मसीहा बन कर सामने आ रहे हैं. रणधीर सिंह अपने आवास पर योग्य चिकित्सकों द्वारा लोगों का इलाज़ करा रहे हैं. प्रत्येक रविवार बड़ी संख्या में जरूरतमंद मरीज रणधीर सिंह के आवास पर पहुंच कर अपना इलाज़ करा रहे हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार गरीबों के प्रति जरा भी संवेदनशील नहीं है. अगर समय रहते सरकार राज्य में आयुष्मान योजना की सुविधा बहाल नहीं करती है तो इसके खिलाफ सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा, देवघर
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