गुमला (GUMLA) - जिला में ग्रामीणों की अच्छी आय के लिए कृषि सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है. लेकिन इस दिशा में सही रूप से काम नहीं होने के कारण जिला की अधिकांश भूमि में आज भी खेती नहीं हो पाती है. आलम यह है कि जमीन होते हुए भी किसान पलायन के लिए मजबूर हैं.
सिंचाई की सुविधा मिलने से आर्थिक स्थिति होगी बेहतर
झारखंड का गुमला जिला एक ऐसा जिला है, जहां की 80 प्रतिशत आबादी पूरी तरह से कृषि पर आधारित है. लेकिन बावजूद इसके इस दिशा में सही रूप से काम नहीं होने के कारण जिला में केवल बारिश के समय ही धान की खेती हो पाती है. वहीं सही सिंचाई की सुविधा नहीं होने के कारण सब्जी सहित अन्य खेती करने पर भी संकट बना हुआ है. स्थानीय सम्पन्न किसान अजय किशोर नाथ पांडेय की माने तो गुमला जिला में अगर सिंचाई की सुविधा मिल जाय, तो लोगों की आर्थिक स्थिति काफी बेहतर हो सकती है. जिला में कई इलाकों में युवाओं द्वारा काफी बेहतर तरीके से सब्जी की खेती कर उदाहरण भी पेश किया गया है.
केवल बड़े भू-खंड को होती है सुविधा उपलब्ध
मामले पर जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि जिला में भूमि की कमी नहीं है. साथ ही उनके द्वारा किसानों को खेती के लिए लगातार सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है. लेकिन उनका भी मनना है कि सिंचाई की सुविधा नहीं होने से दिक्कत होती है. वहीं उन्होंने बताया कि केनल बड़े भूखंड पर ही प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत सिंचाई की सुविधा दी जा रही है.
पलायन को मजबूर ग्रामीण
जिला में कृषि कार्य के लिए लोग का बारिश पर ही आश्रित हैं. ऐसे में ग्रामीण केवल धान की खेती के बाद पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं. वहीं इस गंभीर मामले पर जल जिला के डीसी सुशांत गौरव से बात की गई तो उन्होंने भी इसे एक बड़ी समस्या मानते हुए कहा कि किसानों को खेती के लिए सिंचाई की सुविधा मिल सके, इस दिशा में एक कार्य योजना बनाकर काम करने के लिए जिला प्रशासन लगा हुआ है. उन्होंने कहा कि खेती के लिए सिंचाई के साथ अन्य सुविधा भी मिल सके उसको लेकर भी प्रशासन काम कर रहा है.
रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह, गुमला
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