विधानसभा का शीत कालीन सत्र कल से, इन मसलों पर हंगामे के आसार


रांची ( RANCHI) - झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है, जो 22 दिसंबर तक चलेगा, नाम भले शीतकालीन सत्र है, लेकिन विधानसभा के अंदर माहौल गर्म रहेगा, इसका संकेत भाजपा ने सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार कर दे दिया है.
इन मुद्दों पर घेरेगी बीजेपी
विधानसभा में सरकार को घेरने के लिए भाजपा के पास दर्जनों मुद्दे हैं. लेकिन कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जो इस बार विधानसभा में जोरदार तरीके से उठाने की तैयारी है, जेपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर भाजपा हेमंत सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाली है, क्योंकि इस मुद्दे को लेकर सदन के बाहर सरकार और आयोग पर लगातार हमलावर रही है. भाजपा जेएसएससी नियुक्ति परीक्षा नियमावली में भाषा विवाद और पंचायत चुनाव नहीं कराने का भी विधानसभा में जोरदार विरोध करेगी. भाजपा सर्वदलीय बैठक में विपक्षी नेता के रूप में बाबूलाल मरांडी को आमंत्रित नहीं किया, लेकिन उसी मामले में में प्रदीप यादव को कांग्रेस के उपनेता के रूप में आमंत्रित करने का मामला भी भाजपा की ओर से सदन में उठने के पूरे आसार हैं.
ये विधेयक किए जाएंगे पेश
हेमन्त सरकार कई महत्वपूर्ण विधेयक पास कराने का पूरा प्रयास करेगी, जिसमें एंटी-लिंचिंग बिल सबसे हो सकता है, अगर विधानसभा से यह विधायेक पास हो जाता है तो पश्चिम बंगाल के बाद झारखंड ऐसा दूसरा प्रदेश बन जाएगा, जहां मॉब लिंचिंग में मौत होने पर डेथ पेनाल्टी का प्रावधान होगा. ड्राफ्ट के मुताबिक, यदि लिंचिंग की घटना में किसी को चोट आती है तो इस मामले में दोषी को 3 साल की जेल की सजा हो सकती है, इसके साथ ही 1 से 3 लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. गंभीर चोट आने की स्थिति में दोषी को 10 वर्ष से लेकर उम्रकैद तक की सजा दी सकती है और अगर इस तरह की घटना में किसी की मौत हो जाती है तो दोषी को उम्रकैद से लेकर मौत तक की सजा दी जा सकेगी. इसके अलावा 10 लाख रुपये तक का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. अगर सदन में यह विधेयक आता है तो भाजपा कुछ बिंदुओं पर सवाल उठाते हुए हंगामा कर सकती है.
इनकी बैठक आज
आज शाम 6 बजे भाजपा और कांग्रेस विधायक दल की अलग-अलग बैठक आयोजित की गई है, भाजपा विधायक दल की बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय में होगी, वहीं कांग्रेस विधायक दल की बैठक बेरमो विधायक अनूप सिंह के आवास पर होगी.
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