कोल ट्रांसपोर्टिंग की आड़ में कोयला चोरी का बड़ा खेल , बीसीसीएल को करोड़ो का नुकसान ! स्पेशल रिपोर्ट


धनबाद(DHANBAD) : बीसीसीएल के कोल ट्रांसपोर्टिंग की आड़ में होने वाली कोयला चोरी के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है. मंगलवार को बीसीसीएल के अधिकारियों ने इस मामले को पकड़ा है. जानिए क्या है मामला, स्पेशल स्टोरी में
क्या है मामला
दरअसल ट्रांसपोर्टिंग कुसुंडा क्षेत्र के आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग से बीएनआर रेलवे साइडिंग होती है. एना परियोजना से उत्पादित कोयला बीएनआर रेलवे साइडिंग चासनाला भेजा जाता है और आर के आउटसोर्सिंग कंपनी की कोयला की ट्रांसपोर्ट बीएनआर रेलवे साइडिंग में होती है. बीसीसीएल प्रबंधन को कुछ दिनों से लगातार सूचना मिल रही थी कि कोल ट्रांसपोर्टिंग की आड़ में कोयला चोरी हो रही है. बीसीसीएल के परियोजना पदाधिकारी ने एक सप्ताह पूर्व डिस्पैच से जुड़े बीसीसीएल कर्मियों के साथ एक बैठक कर कार्रवाई की रणनीति बनाई थी. सोमवार की रात एना परियोजना से कोयला लेकर हाईवा jh10 5809 और jh बीक्यू 9785 निकला. कोयला लोड वाहन मंगलवार की सुबह बीएनआर रेलवे साइडिंग नहीं पहुंचा. चेक पोस्ट पर हाईवा के चालक रजत कुमार ने एंट्री कार्ड ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को अपना कार्ड दिखाया. कार्ड देखकर ड्यूटी पर तैनात बीसीसीएल कर्मी को शक हुआ कि वह इससे पूर्व कई बार आया है. कार्ड पर बीसीसीएल कर्मी का हस्ताक्षर फर्जी मिला. जब कार्ड का मिलान चेक पोस्ट पर रखे एंट्री रजिस्टर से किया गया तो उसमें उक्त गाड़ी की इंट्री नहीं थी, हस्ताक्षर भी फर्जी मिली इसकी सूचना बीसीसीएल कर्मचारी ने सीआईएसएफ को दी जांच में एंट्री कार्ड में cisf का भी हस्ताक्षर फर्जी मिला है. इस बीच चालक रजत कुमार वाहन छोड़कर फरार हो गया है.
ये हुई कार्रवाई
कुसुंडा क्षेत्र के आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग पैच से बीएनआर रेलवे साइडिंग में कोयला ट्रांसपोर्ट की आड़ में तस्करी का खुलासा होने के बाद आनन-फानन में बीसीसीएल कर्मियों ने मामले की जानकारी ऐनापुर योजना पदाधिकारी प्रणव दास को दी, bccl अधिकारी प्रणव दास ने पूरी मामले की सूचना वरीय पदाधिकारी को देते हुए हाईवा को रोकते हुए एंट्री रजिस्टर को जब्त करवाया और इस मामले की जांच के लिए लिखित जानकारी बीसीसीएल प्रबंधन को दी. बीसीसीएल प्रबंधन ने भी पूरे मामले को लेकर आरके ट्रांसपोर्ट आउटसोर्सिंग से लिखित जानकारी मांगी है. इधर चोरी पकड़े जाने पर अपनी खाल बचाते हुए आर के ट्रांसपोर्ट कंपनी भी ट्रांसपोर्टिंग में शामिल हाईवा वाहन को ब्लैक लिस्टेड करते हुए मामले की शिकायत स्थानीय थाना से की है. कोयला की हेराफेरी में शामिल हाईवा बीसीसीएल कर्मी सह एक यूनियन नेता के पत्नी के नाम से बताई जा रही है. दूसरा हाईवा विजय यादव का बताया जा रहा है. आरके ट्रांसपोर्ट प्रबंधक रवि अग्रवाल से कोयला चोरी के संबंध में जानकारी लेने के लिए कई बार उनके मोबाइल पर फोन किया गया. लेकिन उनका फोन लगातार स्विच ऑफ मिला वहीं आर के ट्रांसपोर्ट के सुपरवाइजर अभिषेक सिंह से जब इस पूरे मामले पर जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि कोयला चोरी की शिकायत मिलने पर कम्पनी प्रबंधन की ओर केंदुआडीह थाना और बोर्रागढ़ थाना से शिकायत की गई है. लेकिन इस मामले पर अभी तक प्राथमिकी दर्ज हुई या नहीं उन्हें जानकारी नहीं है.
आरके ट्रांसपोर्ट प्रबंधन की मिलीभगत!
मजेदार बात यह है कि कुछ दिन पूर्व ही कुसुंडा एरिया के धनसार से एमपीएल कोयला ले जाने के क्रम में गोविंदपुर इलाके के भठ्ठे से दो हाईवा को कोयला की हेराफेरी करते हुए गोविंदपुर पुलिस ने पकड़ा था और इसके पहले भी आरके ट्रांसपोर्ट में कोयला की ओवर रिपोर्टिंग और कोयला के शॉर्टेज की भरपाई की खेल पर कुछ वर्ष पहले सीबीआई एना प्रोजेक्ट में जांच भी कर चुकी है. हाल ही में जिस प्रकार से संगठित तरीके से उत्पादित कोयला को हाईवा के माध्यम से चोरी कराई जा रही है, इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं आरके ट्रांसपोर्ट प्रबंधन की मिलीभगत से कोयला टपाया जा रहा है. शक की वजह ये है कि कोयला के उत्पादन और ट्रांसपोर्टिंग की जिम्मेवारी दोनों आर के ट्रांसपोर्ट के पास ही है और ट्रांसपोर्टर भी कम्पनी का ही आदमी है. यदि इस मामले की बीसीसी एल की विजिलेंस और सीबीआई से उच्चस्तरीय जांच कराई जाए तो कोयला चोरी के एक बड़ा सिंडिकेट का राज उजागर हो सकता है. फिलहाल इस मामले पर आर के ट्रांसपोर्ट के प्रबंधक रवि अग्रवाल ने चुप्पी साध ली है. जबकि कुसुंडा क्षेत्र के जीएम वीके गोयल ने मीडिया को बताया कि कोयला हेरा फेरी जुड़े मामले की जानकारी मिली है अधिकारियों ने संबंधित लोगों पर मामला दर्ज कराने के लिए शिकायत की है. इधर आउटसोर्सिंग से हाइवा के जरिए कोयला चोरी पर एक सज्जन ने टिप्पणी की. "तूम भी लूटो ,हम भी लूटे ..लुटे के आजादी बा...."
अभिषेक कुमार सिंह ,ब्यूरो हेड ,धनबाद
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