टीएनपी डेस्क(TNP DESK) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा बढ़ता जा रहा है. अब आदमी के सवालों का जवाब, उसकी जिज्ञासा का उत्तर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से सिस्टम दे रहा है. यह सिस्टम जेनरेटेड कन्वर्सेशन होता है जो लगभग सही माना जा रहा है.
इसकी एक्यूरेसी लगभग 99% मानी जा रही है. देश दुनिया के कई संस्थान इसे अपना रहे हैं. इसके प्रति विभिन्न संस्थानों का एप्रोच बड़ा ही उत्साहजनक रहा है. फिर ऐसा क्या हुआ कि इटली ने चाटबॉट को अपने यहां ब्लॉक कर दिया है. इटली सरकार का तर्क है कि AI app यूजर्स के अनावश्यक डाटा को भी स्टोर करता है और यह भी एसेसमेंट नहीं कर पाता की उम्र चैट करने वालों की क्या है. इटली ने इसे सुरक्षा के दृष्टिकोण से तत्काल बैन कर दिया है.
ChatGPT आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर विकसित हुआ है जिसे OpenAI ने 2022 के नवंबर में लांच किया इसका अगला जेनरेशन (GPT-4) भी और अच्छा माना जा रहा है. भारत में भी चैट जीपीटी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है.दुनिया के विकसित देशों में भी इसे अपनाया जा रहा है. आशंकाओं के आधार पर इटली ने इसे अपने देश में ब्लॉक कर दिया है वह महत्वपूर्ण माना जा रहा है. यूजर्स के संबंध में अनावश्यक डाटा स्टोर करना एक तरह से गोपनीय जानकारी को लीक करने का रास्ता भी बन सकता है.
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