टीएनपी डेस्क(TNP DESK): नागालैंड, त्रिपुरा और मेघालय में भाजपा की सफलता का श्रेय आरएसएस को देते हुए विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने दावा कि है कि यह सफलता सिर्फ चुनाव के समय गतिविधियां तेज करने से नहीं मिली है, इसके पीछे आरएसएस और उसकी अनुषांगिक संगठनों का 50 वर्षों का सेवा और त्याग है. बरसों की कड़ी मेहनत के बाद आज हमें यह सुखद परिणाम देखने को मिल रहा है.
7260 से अधिक एकल विद्यालयों का संचालन
उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद, वनवासी कल्याण आश्रम, अभाविप, राष्ट्र सेविका समिति, विद्या भारती जैसे संगठन वहां लगातार अपना खून-पसीना बहाते रहे हैं, 7260 से अधिक एकल विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है.
अलगाववाद को छोड़ कर लोग अब राष्ट्रवाद के साथ खड़े हो रहे हैं
हालांकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इसके पीछे एक वजह केंद्र सरकार के द्वारा सभी योजनाओं को धरातल पर पहुंचाना भी है, इसके कारण ही पूर्वोत्तर के माहौल में बदलाव आया है, लोग अलगाववाद की भावना को त्याग कर राष्ट्रवाद के साथ खड़े हो रहे हैं.
क्या कहता है हालिया चुनाव परिणाम
यहां बता दें कि हालिया विधान सभा चुनावों में त्रिपुरा में भाजपा को 60 में कूल 32 सीट, मेघालय में 59 में से 2 सीट और नागालैंड में 59 में से 12 सीटों पर सफलता मिली है, बाकी सभी सीटों स्थानीय पार्टियों को सफलता हाथ लगी है, लेकिन चुनाव बाद भाजपा अब इन सभी राज्यों में सरकार में शामिल हो रही है, साथ ही इसे अपनी बड़ी कामयाबी भी मान रही है.
एनपीपी को भ्रष्ट बता अब उसके साथ सरकार में शामिल हो रही है भाजपा, मात्र दो सीटों पर सफलता
यहां एक सच्चाई यह भी है कि मेघालय में भाजपा के द्वारा एनपीपी के विरुद्ध बड़ा ही आक्रामक प्रचार किया गया था, उसे अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार बतायी गयी थी, हालांकि उस सरकार में खुद भाजपा भी शामिल थी, लेकिन चुनाव के वक्त गठबंधन को तोड़ कर दोनों ही पार्टियों नेअलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिसमें भाजपा को मात्र दो सीटों पर ही सफलता मिली, लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान लगाये गये भ्रष्टाचार के सभी आरोपों को भूल कर अब भाजपा वहां फिर से एनपीपी के साथ सरकार में शामिल हो रही है.
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