जस्टिस सूर्यकांत बने देश के 53वें मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ, 15 महीनों का रहेगा कार्यकाल


टीएनपी डेस्क (TNP DESK): जस्टिस सूर्यकांत ने सोमवार को भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद की शपथ दिलाई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे.
जस्टिस सूर्यकांत अब करीब 14 महीनों तक देश के सर्वोच्च न्यायालय का नेतृत्व करेंगे. उन्होंने CJI भूषण आर. गवई की जगह ली है, जिनका कार्यकाल रविवार को पूरा हो गया था. सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठता के आधार पर उत्तराधिकारी चुनने की परंपरा को एक बार फिर कायम रखा गया.
जस्टिस सूर्यकांत हरियाणा से हैं और उनका जन्म 10 फरवरी 1962 को हुआ था. उन्होंने 1984 में हिसार में वकालत शुरू की और फिर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट, चंडीगढ़ में प्रैक्टिस करने लगे. यहां उन्होंने संवैधानिक, सर्विस और सिविल मामलों पर काम किया और अपनी पहचान मजबूत की. जुलाई 2000 में वे हरियाणा के सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल बने. अगले ही साल उन्हें सीनियर एडवोकेट का दर्जा मिला.
9 जनवरी 2004 को जस्टिस सूर्यकांत को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया. इसके बाद 5 अक्टूबर 2018 को वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने. 24 मई 2019 को उन्हें सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बनाया गया.
अब वे सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी संभालेंगे और उनका कार्यकाल 9 फरवरी 2027 तक रहेगा.
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