माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ में उमड़ा जनसैलाब, अब तक 73 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी, जानें इस दिन के अमृत स्नान का महत्व

TNP DESK: माघी पूर्णिमा के दिन महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई.यह नजारा अब तक के सभी स्नान से अलग दिख रहा था. करोड़ों लोगों का हुजूम एक साथ जयकारे के साथ अमृत स्नान करने के लिए घाट पर दिखा. सभी ने एक साथ शुभ मुहूर्त 5.19 मिनट में डुबकी लगाई. शुभ मुहूर्त सुबह 5.19 से शुरू हुआ जो 6.10 तक रहा.प्रशासन के मुताबिक सुबह 6 बजे तक ही 73 लाख श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं. वहीं श्रद्धालु जब स्नान कर रहे थे उस वक्त उनपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई.
माघी पूर्णिमा के दिन अमृत स्नान का बेहद खास महत्व
इस माघी पूर्णिमा के दिन अमृत स्नान का बेहद खास महत्व है.माना जाता है कि इस दिन अमृत स्नान करने से मोक्ष के साथ सभी पाप तो धुलते है. आने वाली ज़िंदगी भी बेहद सरल और अच्छी हो जाती है. यही वजह है कि इस खास दिन हर कोई महाकुंभ पहुँच कर डुबकी लगाना चाहता है. देश के कोनों कोने से हिन्दू धर्म को मानने वाले करोड़ों लोग महाकुंभ पहुंचे है. पूरे शहर में गाड़ी की नो इंट्री की गई है. जिससे स्नान में भाग लेने वाले को कोई परेशानी ना उठाना पड़े. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए विशेष इंतजाम दिए है. सीएम योगी खुद सुबह 4 बजे से ही मॉनिटरिंग कर रहे हैं.
बता दे कि महाकुंभ में अब तक 46 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है. सिर्फ आज की बात करें 2 करोड़ से अधिक लोगों के महाकुंभ में पहुँचने का अनुमान लगाया गया है. जितने श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे है उससे अधिक अभी भी सड़क में जाम में फसे हुए है. सभी रास्ते को बंद किया गया है. जिससे किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो. इसके बावजूद जिस तरह का हुजूम घाट पर दिख रहा है यह अपने आप में अनोखा है. एक साथ पूरी दुनिया देख रही है कि कैसा दृश्य है. पूरी दुनिया की नजर इस संगम में बनी हुई है.
माघी पूर्णिमा के बाद अब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन जुटेगा हुजूम
माघी पूर्णिमा के बाद अब 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन इससे दोगुना लोगों के पहुँचने की उम्मीद है. हर कोई इस महा कुंभ में पहुँच कर अपने आप को भाग्यशाली मान रहा है. उसे ऐसा ऐसा लग रहा है जैसे स्वर्ग धरती पर उतर आया हो. हर तरफ भगवान की भक्ति दिख रही है. नागा साधु तो कोई संत डुबकी लगाते दिख रहे है. बस the news post भी आपसे अपील करता है. स्नान करने के बाद आप प्रयाग राज से जल्दी वापस लौट जाए जिससे दूसरे लोग भी इस खास दिन संगम में डुबकी लगा सके.
रिपोर्ट: समीर
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