टीएनपीडेस्क(TNPDESK): देश में प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी की कार्रवाई तेज है. धन शोधन के मामले में हर दिन बड़ी कार्रवाई ईडी की देखने को मिलती है. इस बीच ईडी के साख पर भी कई बार सवाल खड़ा हुआ.इसी कड़ी में एक और मामला सुर्खियों में बना है. ईडी के अधिकारी को ही भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसके बाद अब फिर से ईडी सवालों के घेरे में आ गई है. आखिर धन शोधन के मामले में ईडी को एक पावरफुल और निसपक्ष कार्रवाई करने वाली एजेंसी माना जाता है. लेकिन जब यह भी इस दल दल में डूब जाएगी तो फिर भरोसा और विश्वास लोग किस पर करेंगे.
जेवर कारोबारी से मांग रहा था रिश्वत
दरअसल मामला दिल्ली के लाजपत नगर से सामने आया है. सीबीआई के पास एक कारोबारी ने शिकायत दर्ज कराई थी की ईडी के अधिकारी रिश्वत की मांग कर रहे है. शिकायत दर्ज होने के बाद सीबीआई ने जांच की और फिर एक जाल बिछा कर घूस के पैसे के साथ गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि अधिकारी संदीप यादव सहायक निदेशक के पद पर है. और अपने पद का दुरुपयोग कर 20 लाख रुपये की घूस ले रहा था.
सीबीआई तलाश रही कई सवाल के जवाब
सीबीआई ने गिरफ्तार करने के बाद ईडी अधिकारी संदीप से पूछताछ कर रही है. कई सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश होगी. घूस का पैसा किसके किसके पास पहुंचता था. पूरा मामला क्या था जिस में घूस की मांग की गई है.सवाल का जवाब तलाशने के बाद ईडी के अधिकारी को सीबीआई कोर्ट में पेश करेगी. जिसके बाद रिमांड की मांग भी की जा सकती है.
2023 में भी हुई थी एक गिरफ़्तारी
इससे पहले एक दिसंबर 2023 को तमिलनाडु की भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच करने वाली एजेंसी ने ईडी के अधिकारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार ईडी अधिकारी का नाम अंकित तिवारी था. यह अधिकारी भी एक कारोबारी से रिश्वत की मांग की थी. जिसके बाद शिकायत दर्ज हुई और फिल्मी एक्शन में ईडी के अधिकारी की गाड़ी का पीछा कर पुलिस और जांच एजेंसी ने पकड़ लिया था.
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