टीएनपी डेस्क- ओडिशा में भाजपा ने जबर्दस्त जीत हासिल की है. यहां पर बीजद की सरकार सत्ता से बाहर हो गई है. भाजपा यहां पर सरकार बनाएगी. उसे बहुमत मिल गया है. केंद्र में सरकार गठन के बाद अब उड़ीसा (ओडिशा ) में सरकार बनाने की कवायद तेज हो गई है. इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं.
जानिए किन्हें मिला है केंद्रीय पर्यवेक्षक का दायित्व
9 जून को नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. इसके अलावा मंत्रिमंडल का गठन भी हो गया है. अब ओडिशा में सरकार गठन की बारी है. उड़ीसा में भाजपा ने बीजू जनता दल को सत्ता से बाहर कर दिया है.24 साल तक शासन करने वाले नवीन पटनायक सत्ता से बेदखल हो गए हैं.
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और भूपेंद्र यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है. इस समाज में पार्टी की ओर से केंद्रीय महामंत्री एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने पत्र जारी किया है. दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक ओडिशा जाकर नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करेंगे .विधायक दल का नेता इनकी मौजूदगी में चुना जाएगा जो राज्य का मुख्यमंत्री होगा.
कब होने जा रहा है शपथ ग्रहण समारोह
पहले यह तय था कि 10 जून को उड़ीसा में नई सरकार शपथ ग्रहण करेगी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यस्तता की वजह से अब यह शपथ ग्रहण समारोह 12 जून को होगा. चर्चा के अनुसार उड़ीसा में सुरेश पुजारी, मोहन मांझी, मनमोहन सामल, के वी सिंह देव के नाम की चर्चा है.इनमें से कोई एक मुख्यमंत्री हो सकते हैं.पहले चर्चा थी कि धर्मेंद्र प्रधान उड़ीसा के मुख्यमंत्री हो सकते हैं लेकिन उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया.
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