गिरिडीह: गिरिडीह का पीरटांड़ एवं डुमरी थाना क्षेत्र के पारसनाथ पहाड़ के तराई वाले इलाके को कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था और लोग डर से वोट नहीं करते थे. लेकिन आज इन क्षेत्रों की तस्वीर बदल गई है और महिला पुरुष युवा और युवती वोटर बेझिझक मतदान करने के लिए मतदान केंद्र में आ रहे हैं.वही नक्सलवाद क्षेत्र होने के कारण सीआरपीएफ एवम जिला पुलिस बल जगह जगह मुस्तेद हैं.
कभी डुमरी के छछन्दों , जोभी, दलान चलकारी, सहित अन्य गाँव जो पारसनाथ पहाड़ के तलहटी पर अवस्थित है यहां वोट करना तो दूर जाना दुर्लभ था जिसका सीधा-सीधा फायदा नक्सलियों को मिलता था. परंतु आज इस क्षेत्र में सड़कों का निर्माण हो चुका है. बिजली गांव में पहुंच चुकी है. पेयजल की व्यवस्था भी लगभग हो चुकी है. बच्चे भी गांव में बने विद्यालयों में सुचारू रूप से पढ़ाई करते हैं. लेकिन पारसनाथ पहाड़ के तराई वाले कई गांव में अभी भी लोग पगडंडियों के सहारे ही हैं. तराई वाले ग्रामीण इलाकों में अभी विकास होना बाकी है फिर भी यहां के लोग खुशी-खुशी अपने-अपने बूथो पर पहुंचकर मतदान किया.
रिपोर्ट: दिनेश कुमार
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