धनबाद(DHANBAD): झारखंड के लोकसभा चुनाव में "ओल्ड इज़ गोल्ड" के सिद्धांत को पूरी तरह से बिसार दिया गया है. यह बताने के लिए तीन उदाहरण ही काफी हैं. ऐसा करने में भाजपा, कांग्रेस और झामुमो सब शामिल है. धनबाद लोकसभा सीट से पशुपतिनाथ सिंह का टिकट काटकर बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को भाजपा ने टिकट दिया है. तो रांची से सुबोध कांत सहाय का टिकट काटकर कांग्रेस ने उनकी बेटी को टिकट दिया है, तो दुमका से शिबू सोरेन की जगह झामुमो ने विधायक नलिन सोरेन को उम्मीदवार बनाया है. इन जगहों पर "ओल्ड इज़ गोल्ड" अब नहीं रहा. वैसे इस बार इंडिया ब्लॉक और एनडीए उम्मीदवार बदलने से कोई परहेज नहीं किया है. नए चेहरे को उतारा है. उम्मीदवार बदलने के कुछ और भी कारण हो सकते हैं ,लेकिन उम्मीदवार बदलने का झारखंड में नया प्रयोग किया गया है. इसका लाभ किसको कितना मिलेगा, इसका खुलासा तो 4 जून को ही हो पाएगा.
जानिए किसे कहां से बनाया गया उम्मीदवार
रांची से इंडिया ब्लॉक ने सुबोध कांत सहाय की जगह उनकी बेटी यशस्विनी सहाय को उम्मीदवार बनाया है. पलामू से घूरन राम की जगह ममता भुइयां को उम्मीदवार बनाया गया है. कोडरमा में इस बार राजकुमार यादव की जगह विनोद सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दुमका से शिबू सोरेन की जगह नलिन सोरेन को उम्मीदवार बनाया है. गिरिडीह से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जगरनाथ महतो (अब स्वर्गीय) की जगह विधायक मथुरा महतो को टिकट दिया है. जमशेदपुर में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चंपई सोरेन की जगह विधायक समीर मोहंती पर भरोसा किया है.चंपई सोरेन फिलहाल झारखंड के मुख्यमंत्री हैं . हजारीबाग में गोपाल साहू की जगह जेपी पटेल को उम्मीदवार बनाया है.यह भाजपा से कांग्रेस में आए हैं .चतरा से मनोज यादव की जगह के एन त्रिपाठी उम्मीदवार बनाए गए हैं. धनबाद से कांग्रेस ने कीर्ति आजाद की जगह अनुपमा सिंह पर भरोसा जताया है .कृति आजाद फिलहाल तृणमूल कांग्रेस में हैं.वह बर्दवान दुर्गापुर सीट से तृणमूल की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.वहीं सिंहभूम से कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा के भाजपा में चले जाने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने विधायक जोबा मांझी को उम्मीदवार बनाया है.
झारखंड में इस बार उम्मीदवार बदलने का किया गया प्रयोग
इधर, एनडीए भी चेहरे बदलने में पीछे नहीं है. लोहरदगा सीट पर सुदर्शन भगत की जगह समीर उरांव का चयन किया गया है. हजारीबाग से जयंत सिन्हा की जगह मनीष जायसवाल उम्मीदवार बने है. दुमका से सुनील सोरेन की जगह सीता सोरेन कैंडिडेट हैं .धनबाद से पशुपतिनाथ सिंह की जगह विधायक ढुल्लू महतो प्रत्याशी हैं .राजमहल से हेमलाल मुर्मू की जगह ताला मरांडी और चतरा से सुनील सिंह की जगह कालीचरण सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है. हेमलाल मुर्मू फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा में चले गए हैं . वैसे प्रत्याशी बदलने का पार्टियों को कितना लाभ मिलेगा या नुकसान होगा, इसको लेकर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन नाराजगी तो दिख रही है .कुछ जगहों पर तो उम्मीदवार बदलने में स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी की गई है. जिस कारण से नाराजगी चल रही है. दूसरे दल से आए लोगों को उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध भी हो रहा है .लोकसभा क्षेत्र से बाहर के लोगों को उम्मीदवार बना देने की वजह से पार्टी के पुराने और दिग्गज नेता घर बैठ गए हैं . सिर्फ उतना ही काम कर रहे हैं, जिससे पार्टी की नाराजगी नहीं झेलनी पड़े. झारखंड में इस बार उम्मीदवार बदलने के जो प्रयोग किए गए हैं, इसके रिजल्ट पर सबकी नजर टिकी हुई है.नाम की घोषणा के बाद भी उम्मीदवार बदला गया है.इसमें कांग्रेस और भाजपा दोनों शामिल हैं.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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