धनबाद(DHANBAD): टुसू पर्व के उत्साह से शनिवार को कोयलांचल की सड़कें धन्य-धन्य हो गई. शनिवार को सड़कों पर जिधर देखिए, उधर ही टुसू पर्व मनाने वालों का उत्साह झलक रहा था. हर एक चौक चौराहों पर गीत गाए जा रहे थे. परंपरागत नृत्य हो रहे थे. लोगों का उत्साह चरम पर था. यह उत्साह अपराहन के बाद धीरे-धीरे थमना शुरू हुआ. वैसे टुसू झारखंड का परंपरागत पर्व है. जाड़े में फसल कटने के बाद 15 दिसंबर से लेकर 15 जनवरी तक यह पर्व मनाया जाता है. प्रकृति से जुड़ा यह पर्व है, वैसे तो झारखंड के हर एक पर्व भी प्रकृति से जुड़े होते है. बावजूद टुसू पर्व का कुछ विशेष महत्व है.
प्रकृति का पर्व है टुसू
इस आयोजन में शामिल लोगों का कहना था कि धीरे-धीरे लोग इस पर्व को भूल रहे थे लेकिन आज के आयोजन से झारखंड की संस्कृति फिर से जीवंत हो गई है. आज फिर से लोग झारखंड की संस्कृति में लौटने लगे है. वैसे धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर भव्य कार्यक्रम आयोजित था. यहां बाहर से भी लोग पहुंचे थे और भारी भीड़ जुटी हुई थी. ट्रैफिक कंट्रोल करने में पुलिस के पसीने छूट रहे थे. हर ओर सड़के जाम थी.
रिपोर्ट : शाम्भवी सिंह के साथ संतोष
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