लातेहार(LATEHAR): गरीब को उनकी गरीबी उतना दुख नहीं देती, जितना गरीब के प्रति किसी अमीर का बुरा बर्ताव उन्हें दुख देता है. एक गरीब जो मेहनत मजदूरी कर किसी तरह अपना पेट पालता है, उसे एक अमीर जब चोर कह कर पीटना शुरू कर दे तो आप सोच सकते हैं कि उस गरीब पर क्या गुजरेगी.
ऐसा ही एक मामला लातेहार के चंदवा से सामने आया, जहां कूड़ा, प्लास्टिक चुनकर अपने परिवार का भूख मिटाने वाले मना मुंडा को चोर कह कर बेरहमी से पीटा गया. दरअसल, जब हमारे संवाददाता को सूचना मिली कि टोरी रेलवे कॉलोनी में जो नए भवनों का निर्माण हो रहा है, उसमें पुराने ईटो का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही संवेदको के द्वारा पुराने ईटों को औने-पौने दाम में बाहर बेचा जा रहा है. जब संवाददाता निर्माणाधीन भवन के पास से गुजर रहे थे तो देखा कि एक व्यक्ति को दो-चार लोग मिलकर बड़ी बेरहमी से डंडा, लात-जूता और घुसा से मार रहे हैं.
कूड़ा, प्लास्टिक चुन कर अपना घर-परिवार चलाता है पीड़ित
पिटाई के घटना की जानकारी के लिए रिपोर्टर वहां पहुंचे तो मार खाने वाले व्यक्ति ने बताया कि मेरा नाम माना मुंडा है. मैं टिको कुडू, जिला लोहरदगा का रहने वाला हूं और कूड़ा, प्लास्टिक चुन कर अपना घर-परिवार चलाता हूं.
आगे माना मुंडा ने बताया कि रोज की तरह वे कूड़ा चुनने के लिए चंदवा स्थित डेमटोली से निकले थे और कूड़ा चुनते हुए टोरी रेलवे कॉलोनी पहुंचे. जहां पर केके कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था. उसी दौरान केके कंस्ट्रक्शन के नीरज सिंह ने उनसे कहा कि एक सौ रुपए दो और अंदर जो छोटा-छोटा छड़ का टुकड़ा है, उसे ले जाओ. जब माना मुंडा छोटे-छोटे लोहे का टुकड़ा चूनना शुरू किया तो वह जाति सूचक गाली देकर और चोर कह कर मारने लगा.
नीरज सिंह ने कहा- मेरा कोई कुछ भी बिगाड़ नहीं पाएगा
जब हमारे रिपोर्टर ने मारने वाले युवक नीरज सिंह से पूछा कि आप इसे क्यों मार रहे थे. तो नीरज सिंह बड़ा तैश में आकर कहने लगा कि यह चोर है तो नहीं मारे. रोज़-रोज़ यहां चोरी करने आता है. जब उनसे कहा गया कि जब चोरी करता है तो आप प्रशासन को भी खबर कर सकते थे, लेकिन आपने ऐसा नहीं कर खुद कानून हाथ में लेकर इसे मारने लगे. तो वह आग बबूला हो गया और कहने लगा, जाइए आपको जो करना है कीजिए. मेरा कोई कुछ भी बिगाड़ नहीं पाएगा.
माना मुंडा के दोनों हाथ में सूजन हो गया, पीठ और कमर में चोट के कारण वह चल भी नहीं पा रहा था. आखिर अब यह देखना है कि माना मुंडा को न्याय मिलेगी या मामले की लीपापोती कर ठंडा बस्ता में डाल दिया जाएगा.
रिपोर्ट: विवेकानन्द, चंदवा(लातेहार)
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