चाईबासा (CHAIBASA) : जिला परिषद सभागार में जिला परिषद सदस्य सदस्यों का एक विशेष बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता लालमुनी पुरती ने किया. बैठक में जिला परिषद सदस्यों के अनुरूप योजनाओं का चयन नहीं होना और उनके मान सम्मान नहीं मिलने को लेकर चर्चा हुआ. बैठक में मौजूद लालमुनी पुरती ने बताया कि जिले में विकास कार्य में हो रही लापरवाही को लेकर अगामी 16 जनवरी को उपायुक्त चाईबासा के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा.
चुनाव के समय प्रथा का अनुशंसा करने वाला जनप्रतिनिधि बन जाता है ठेकेदारी
बैठक को जॉन मिरन मुण्डा ने कहा कि पंचायती राज का उद्देश्य गांव की सरकार स्थापित करना है. और उनके अनुसार गांव के विकास करना है. लेकिन दुर्भाग्य है कि पिछले 10 साल बीत जाने के बाद भी पंचायती राज व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों को उनके हक अधिकार के तहत काम नहीं हो रहा है. पंचायती राज के नौकरशाह हावी है. अफसर, इंजीनियर घोटाला कर रहें हैं और जेल जनप्रतिनिधि जा रहें है. पंचायत चुनाव में ऐसा लगता है कि ठेकेदारी प्रथा का अनुशंसा करने वाला जनप्रतिनिधि बन गए है. जिला में डीएमएफटी का फण्ड में विधायक सांसद और अफसरों का मिलाजुला लूट का अड्डा बना हुआ है. जिसका नतीजा है कि इस फण्ड से आजतक विकास कार्य नहीं दिख रहा है. डीएमएफटी फण्ड को जिला परिषद बोर्ड से तय कर ही खर्च किया जाना चाहिए. वर्तमान में बिजली बिल,पलायन एक गंभीर समस्या बना हुआ है.
नहीं हो रहा विकास का काम
वहीं बैठक में मौजूद लालमुनी पुरती ने बताया कि वर्तमान में जो विकास का कार्य जो होना चाहिए वो नहीं हो रहा है. उसका मुख्य कारण सभी जिला परिषद सदस्यों में अपसी तालमेल नहीं रहना है. बैठक में तय किया गया कि डीएमएफटी फण्ड को जिला परिषद के द्वारा निर्णय कर खर्च करने, बिजली बिल माफ करने, पलायन रोकने एवं जनप्रतिनिधियों को सम्मान जनक मानदेय एवं पेंशन के सवाल पर अगामी 16 जनवरी को उपायुक्त चाईबासा के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जायेगा. बैठक में जिला परिषद सदस्य सदर भाग एक लालमुनी पुरती,भाग दो के राजश्री सावैया, झीकपानी जिलापरिषद सदस्य जॉन मिरन मुण्डा,चक्रधरपुर भाग तीन के जिला परिषद सदस्य मीना जोंकों, गुदडी के जिप सदस्य सुनीता लुगुन,खुटपानी जिप सदस्य यमुना तियू अदी उपस्थित थे.
रिपोर्ट : संतोष वर्मा, चाईबासा
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