टीएनपी डेस्क(TNP DESK):मच्छरों का प्रकोप जब बढ़ता है तो लोगों का सोना भी मुश्किल हो जाता है. ये मच्छर एक तरफ जहां आपकी रातों की नींद उड़ा देते हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई गंभीर बीमारियों की वजह भी बनते हैं. जिससे बचने के लिए लोग कई तरह की कैमिकल वाले धूपबत्ती अगरबत्ती का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह अगरबत्ती आपके स्वास्थ्य पर कितना हानिकारक प्रभाव डालती है इसका आपको अंदाज़ा भी नहीं है.
काफी खतरनाक होता है अगरबत्ती
आपको बताये कि जब भी लोगों को मच्छर से बचना होता है तो लोग मच्छर भगानेवाली अगरबत्ती जला देते हैं.जिससे मच्छर कुछ देर के लिए भाग जाते हैं लेकिन इन अगरबत्तियों से निकलने वाला धुआं और कैमिकल आपके स्वास्थ्य पर इतना बुरा प्रभाव डालते है कि आप गंभीर बीमारियों का शिकार बन जाते हैं.आज हम इस आर्टिकल में अगरबत्तियों के इन्ही नुकसान के बारे में आपको बताने वाले हैं.
सांस से जुड़ी समस्या शुरु हो जाती है
आपको बताये कि मच्छरों को भगाने वाली अगरबत्ती में कैमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. जिसमें सल्फर, किटनाशक तत्व और पोटैशियम पाया जाता है. इनको जलाने से वह सारे तत्व हवा में घुलकर आपकी नाक के जरीये आपके शरीर में प्रवेश करते हैं, जिससे खतरनाक कुछ और नहीं हो सकता है. इसकी वजह से आपको सांस से संबंधित कई गंभीर बीमारी जैसे अस्थमा भी हो सकता है. वही इसके धुएं की वजह से खांसी के साथ गले में खराश की भी समस्या उत्पन्न हो जाती है.
आंखों और स्किन में जलन की समस्या
वहीं कैमिकल वाले अगरबत्तियों को जलाने से आपकी आंखों में और त्वचा में भी जलन की समस्या शुरू हो जाती है, अगर यहीं धूंआ आपकी आंखों में घुसता है तो फिर जलन, खुजली और आँखों से पानी आना इसका संकेत है, वहीं त्वचा पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है इसकी वजह से एलर्जी खुजली की समस्या हो जाती हैं.
छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को होता है नुकसान
वहीं छोटे बच्चों पर इन कैमिकल वाले अगरबत्तियों के धूंआ का काफी ज्यादा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि बच्चों काफी नाजुक होते है.इसलिए उनकी त्वचा और आंखों पर इसका ज्यादा प्रभाव पड़ता है. बच्चों को सांस से जुड़ी समस्या होने का खतरा होता है.
गर्भवती महिलाओं को होता है नुकसान
वहीं इन अगरबत्तियों से गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा होता है.आपको बताये कि गर्भवती महिलाओं को खास तौर पर ख्याल रखने की जरुरत पड़ती है, लेकिन इस दौरान अगर कैमिकल वाले अगरबत्तियों का इस्तेमाल किया जाएं, तो इसके ख़तरनाक धुएँ से एक तरफ जहां मां के शरीर को इससे खतरा होता है, वहीं अगर शरीर के अंदर प्रवेश करता है तो बच्चे पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है. अगर घर में कोई गर्भवति महिला है तो इस अगरबत्ती का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए.
अस्थमा का बढ़ता है खतरा
कैमिकल वाली मच्छर भगाने वाले अगरबत्ती के धुएं से अस्थमा होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है, इसकी वजह से सांस लेने की समस्या भी होती है.वही घर के अंदर इसको जलाने से अस्थमा की वजह बनता है.
इन नेचुरल उपायों से करें मच्छरों से सुरक्षा
आर्टिकल में हमने बताया है कि कैमिकल वाले मच्छर भगाने वाले अगरबत्ती के नुकसान क्या है, लेकिन अब हम आपको बतायेंगे कि आखिर मच्छरों से कैसा बचा जाए,आज हम मच्छरों को भगाने के लिए कुछ प्राकृतिक उपाय बताएंगे, जिससे आप इन मच्छरों से बच सकते है.इसके लिए आप नीम या लौंग के तेल का धुआं का इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे मच्छर भाग जाते हैं. वहीं आप अगरबत्ती का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन इसको वैंटिलेटर पर रखें.वहीं मच्छरदानी का उपयोग कर सकते हैं, यह सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है.
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