रांची(RANCHI)- चतरा और धनबाद लोकसभा सीट के लिए भाजपा के अंदर माथापच्ची जारी है. अभी तक पार्टी अलग-अलग विषय को लेकर उलझी हुई है. पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को समझ में नहीं आ रहा है कि चतरा में किस जाति को टिकट दिया जाए.धनबाद का भी कुछ वही हाल है.
ताजा क्या अपडेट है चतरा के संबंध में
चतरा लोक सभा सीट पर सुनील सिंह का जबरदस्त विरोध चल रहा है. 15 मार्च को राजनाथ सिंह के कार्यक्रम में भी इस प्रकार का विरोध यहां तक की मारपीट की नौबत आ गई.सुनील सिंह के लिए यह अच्छा नहीं हुआ है. वैसे हम बता दें कि 2019 में भी पार्टी के स्थानीय नेता औरत कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था.उस समय भी पार्टी प्रत्याशी बदलने की सोच रही थी लेकिन कोई अच्छा चेहरा नहीं मिला.
सुनील सिंह के अलावा यहां पर कालीचरण सिंह का भी नाम चल रहा है. ताजा अपडेट यह है कि कोडरमा से पूर्व सांसद भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र राय भी यहां से टिकट के लिए लॉबियिंग कर रहे हैं.कालीचरण सिंह और रविंद्र राय दोनों एक ही जाति से आते हैं.चतरा से एक नाम गिरिराज सिंह का भी उछला था लेकिन उछलने के साथ ही यह शांत पड़ गया. कालीचरण सिंह का पलड़ा थोड़ा भारी है.वे बाबूलाल मरांडी के करीबी माने जाते हैं.शशिभूषण मेहता भी यहां से लगे हुए हैं.योगेंद्र प्रताप सिंह भी गोटी सेट करने में लगे हैं.
धनबाद में क्या कुछ हो रहा
धनबाद लोकसभा सीट पर भी मामला लटका हुआ है. पूरे प्रदेश में सबसे अधिक दावेदार इसी सीट पर हैं. पीएन सिंह के अलावा रागिनी सिंह के नाम की चर्चा है. यहां से राज सिन्हा भी चर्चा में चल रहे हैं. विधायक ढुल्लू महतो भी अपनी पत्नी के लिए लगे हुए हैं. पार्टी यहां भी सामाजिक समीकरण को ध्यान में रख कर निर्णय लेगी. अधिक संभावना है कि किसी फारवर्ड कास्ट का प्रत्याशी होगा.
दोनों सीटों यानी चतरा और धनबाद पर फारवर्ड क्लास का ही कोई चेहरा प्रत्याशी होगा. अगर मामला अधिक फंसा तो पीएन सिंह ही यहां से प्रत्याशी हो सकते हैं.
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