रांची(RANCHI): देश में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज है. सभी उम्मीदवार रेस है,अपने अपने वादे और दावे लेकर फिर से मैदान में दिखने लगे हैं. लेकिन कई लोकसभा सीट ऐसी है जहां अपने सांसद से लोग नाराज हैं. कई सीट पर प्रत्याशियों का टिकट कटने वाला है. तो कई सीट पर नया चेहरा उतारने की तैयारी में है.कुछ ऐसा ही हाल चतरा लोकसभा क्षेत्र का है. इस सीट पर सबसे आगे एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष कमलेश सिंह दावेदारी कर रहे हैं. कमलेश सिंह वर्तमान में एनसीपी से हुसैनाबाद विधायक है. लेकिन इस बार दिल्ली पहुंचने की तैयारी में है.
एनसीपी और बीजेपी गठबंधन
देश की राजनीति में एनसीपी दो गुट में बट गई. एक गुट शरद पवार तो दूसरा गुट अजित पवार के साथ है. अगर अजित पवार की बात करें तो फिलहाल एनडीए के सहयोगी है. और झारखंड में भी एनसीपी अब एनडीए के साथ जाने की घोषणा कर चुकी है. झारखंड में शुरू से ही एनसीपी की कमान कमलेश सिंह संभाल रहे है. पार्टी को मजबूत करने की दिशा में 10 साल से अधिक से काम कर रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने कई सीट पर बेहतर प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद कमलेश सिंह का कद झारखंड में और बढ़ा.
चतरा से कमलेश की जीत सुनिश्चित
अब विधानसभा के साथ साथ एनसीपी लोकसभा चुनाव में भी कूदने की पूरी तैयारी में है.एनसीपी का संगठन करीब पूरे झारखंड में मजबूत है. खुद कमलेश सिंह विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर संगठन में धार दे रहे हैं. ऐसे में अब कमलेश सिंह को लोकसभा भेजने की तैयारी में सभी कार्यकर्ता लगे है. और चतरा से कमलेश सिंह एनडीए के प्रत्याशी भी हो सकते हैं. चतरा में जमीनी हकीकत देखे तो अगर कमलेश सिंह एनडीए से मैदान में आते है तो इनका रास्ता पूरी तरह से साफ है.
आलाकमान जो कहेगा वह करेंगे
चुनाव लड़ने की बात पर एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष कमलेश सिंह ने THe News Post के साथ बात करते हुए कहा कि एनसीपी एनडीए की सहयोगी है. ऐसे में लोकसभा में हम एक सीट पर दावेदारी कर रहे हैं. हालांकि इसका फैसला केन्द्रीय नेतृत्व को करना है. आलाकमान के कहने पर फिलहाल संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे है.अब आगे जो निर्णय होता है उसका पालन किया जाएगा.
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