रांची (RANCHI): झारखंड विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. सभी पार्टियां हर क्षेत्र में खुद को मजबूत कर रही हैं. वहीं, लोकसभा चुनाव में 5 सीटें हारने के बाद बीजेपी विधानसभा की तैयारी में जुट गई है. इस बीच झारखंड के चुनाव प्रभारी झारखंड का दौरा कर रहे हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से पूछा गया कि वह झारखंड क्यों आए हैं तो उन्होंने कहा कि मैं "रिचार्ज" करने आया हूं, उनकी वैलिडिट अब खत्म हो चुकी है.
डिस्चार्ज करके वापस भेज दिया जाएगा
इस बयान पर जेएमएम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने चुटकी लेते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में यह साफ हो गया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैटरी खत्म हो चुकी है. इसलिए उन्हें रिचार्ज करने के लिए झारखंड आना पड़ रहा है. वे झारखंड आकर खुद को चार्ज कर रहे हैं, लेकिन अब हम उन्हें पूरी तरह डिस्चार्ज करके यहां से भेज देंगे.
मतदाता समर्थन पत्र पर नहीं बोल पाए
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश के कई हिस्सों में बाढ़ और कई जगहों पर सूखा है, लेकिन देश के कृषि मंत्री की प्राथमिकता किसानों के लिए नहीं है. उन्होंने कहा कि संसद में जब केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से मतदाता समर्थन पत्र के बारे में पूछा गया तो वे बोल नहीं पाए. फिर वे यहां आए और मतदाता समर्थन पत्र खोजने लगे. यहां भी उन्हें कुछ नहीं मिला.
कार्यकर्ताओं को देंगे टिप्स
दूसरी ओर, 20 जुलाई को देश के गृह मंत्री अमित शाह के रांची आगमन पर उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह रांची आएंगे और भाजपा कार्यकर्ताओं से संवाद कर टिप्स देंगे, लेकिन झारखंड में अब न तो किसी के टिप्स काम आएंगे और न ही तरकीब. उन्होंने कहा कि जनता भाजपा का सफाया करने का मन बना चुकी है. इस बीच उन्होंने कहा कि भाजपा शासित उत्तराखंड के दोनों उपचुनाव में उनकी हार हुई. वे 13 सीटों से घटकर 8 पर आ गए. यह सच्चाई अब सबके सामने आ चुकी है. इसलिए भाजपा नेताओं में सबसे ज्यादा घबराहट है.
राज्य सरकार को उठाना पड़ रहा खर्च
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं का आना-जाना और उनका सरकारी संसाधनों का उपयोग करना राज्य सरकार के प्रोटोकॉल का हिस्सा है. इस पर राज्य सरकार को भारी खर्च करना पड़ेगा. यह खर्च भी राज्य सरकार उठा रही है. उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह भाजपा की लाइन है कि सरकारी संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करके चमकते रहो.
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