रांची(RANCHI)- 2024 के महासंग्राम को लेकर झारखंड में सियासी गतिविधियां तेज होती नजर आने लगी है, एक तरफ खुद हेमंत सोरेन आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वारा के माध्यम से चार वर्षों के अपने कामकाज की जमीनी समीक्षा करने निकल पड़े हैं, तो दूसरी ओर सीएम नीतीश कुमार के द्वारा ‘जोहार नीतीश’ के माध्यम से इंडिया गठबंधन की सियासी ताकत का आकलन करने की घोषणा हो चुकी है. इन दोनों सियासी दलों से अलग झारखंड राजद के द्वारा अपनी तैयारियों का पूरा लेखा-जोखा पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भेज जा चुका है. हालांकि इस सब से अलग कांग्रेस का केन्द्रीय नेतृत्व अभी भी हिन्दी भाषा-भाषी तीन राज्यों में पार्टी की हार के विवेचना में जुटा है.
अंतिम फैसला लालू यादव के हाथ में
लेकिन इस बार सबसे चौंकाने वाली जानकारी झारखंड राजद की ओर से आ रही है. दरअसल इस बार झारखंड राजद लोकसभा की कुल 14 सीटों में से 4 पर अपनी दावेदारी पेश कर रहा है. कोडरमा, चतरा और पलामू संसदीय सीट पर तो उसकी दावेदारी पहले ही रही है, लेकिन इस बार वह गोड्डा संसदीय सीट पर भी अपनी नजर बनाये हुए है. पार्टी सुप्रीमो लालू यादव को इस बाबत प्रस्ताव भी भेज दिया गया है. झारखंड राजद के इस प्रस्ताव पर अब अंतिम फैसला लालू यादव को लेना है.
राजद महासचिव संजय यादव का दावा
राजद की दावेदारी को तार्किक बताते हुए पार्टी महासचिव संजय यादव कहते हैं कि वैसे तो हमारी तैयारी करीबन आधा दर्जन सीटों पर है. लेकिन हर गठबंधन की अपनी विवशता होती है, और इसी कारण से हमने इन चार सीटों पर लड़ने का मन बनाया है. जब गोड्डा संसदीय सीट को लेकर उनसे सवाल पूछा गया तो संजय यादव ने कहा कि गोड्डा संसदीय सीट पर पहले ही कांग्रेस और जेएमएम को अवसर प्रदान किया गया था, लेकिन इन दोनों सफलता नहीं मिली. इस हालत में बेहतर होगा कि कांग्रेस जेएमएम इस सीट को राजद के नाम कर दें, गोड्डा संसदीय सीट में राजद का पुराना जनाधार है. वह खुद गोड्डा विधान सभा से दो दो बार विधायक रह चुके हैं, इलाके का सामाजिक समीकरण भी राजद के पक्ष में है, इस हालत में यदि झारखंड राजद के इस प्रस्ताव पर लालू यादव की सहमति और इंडिया गठबंधन के बीच मैतेक्य हो जाता है तो गोड्डा संसदीय सीट पर राजद इंडिया गठबंधन को फतह दिलवा सकता है.
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