टीएनपी डेस्क (TNP DESK):- 21 जून को देश औऱ दुनिया ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया. योग की महत्ता और तेजी से फैलती इसकी लोकप्रियता का आलम यह है कि आज हर घर में इसके कोई न कोई मुरीद मिल ही जाएंगे या योग करता दिखाई पड़ेगा. बाबा रामदेव समेत कितने योग गुरु ऐसे हैं, जिन्होंने योग के बलबूते ही नाम और कारोबार दोनों चमकाया. 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों ने 21 जून को 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी.
योग से जुड़ा कारोबार
योग सालभर चलने वाला कारोबार है. एक जानकारी के मुताबिक दुनियाभर में योग से जुड़ा 5.37 लाख करोड़ रुपये का व्यवसाय बन चुका है. अमेरिका में ही 70 हजार करोड़ रुपए का बिजनेस है. आगे आने वाले वक्त में इसमे औऱ तेजी देखने को मिलेगी. इससे इंकार नहीं किया जा सकता.
योग शिक्षक की मांग
देश-दुनिया में योग शिक्षकों की मांग बहुत ज्यादा है. लगातार इसकी डिमांड बढ़ते ही जा रही है. कारोबारी संगठन एसोचैम की एक रिपोर्ट के मुताबिक योग टिचर्स की डिमांड 35 फीसदी के हिसाब से बढ़ रही है. योग सीखाने का काम 2500 करोड़ रुपए तक हो गया है. इसमें योग बाबाओं के लगाए जाने वाले शिविर, कंपनियों को दी जाने वाली कॉरपोरेटस और निजी ट्रेनिंग शामिल है.
योग की कॉरपोरेट ट्रेनिंग
दुनिया में करीब 20 करोड़ लोग योग से जुड़े हैं, जिसमे आधे से ज्यादा भारतीय हैं. दुनिया में आज कल कंपनियां अपने कर्मचारियों के थकान औऱ तनाव को कम करने के लिए योग की ट्रेनिंग दे रही है,ताकि कर्मचारी तरोताजा रहकर काम कर सके. उनपर किसी भी तरह का दबाव महसूस न हो. बड़ी-बड़ी कंपनियां कॉरपोरेट ट्रेनिंग के लिए योग टीचर्स को बुलाती है. ये ट्रेनर घंटे के हिसाब से अपनी फीस लेते हैं. इसमे अच्छा-खासा पैसा योग ट्रेनर को मिलता है.
योग के कपड़ो का कारोबार
योग के साथ-साथ इसका अप्रत्यक्ष कारोबार भी खूब फल-फूल रहा है. योग करने के दौरान पहने जाने वाले कपड़े की मांग भी काफी है. एक अनुमान के मुताबिक 1000 करोड़ तक का इसका बिजनेस पहुंच चुका है. इसकी इतनी डिमांड हो चुकी है कि योग से जुड़े कपड़ों की ऑनलाइन बिक्री भी तेजी से बढ़ रही है. योग चटाई, जूते, सीडी, डीवीडी, के अलावा एक्सेसरीज की मांग भी जोरदार तरीके से बढ़ रही है. साल 2016 में एसोचैम ने एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमे इससे जुड़ा कारोबार 12 हजार करोड़ रुपए होने की बात कही थी.का हो चुका है. वर्ष 2016 में एक रिपोर्ट तैयार की थी. इसमें कहा गया था कि भारत में योग से जुड़ा कारोबार 12 हजार करोड़ रुपये का हो चुका है.
योग से जुड़ी आर्ट-पेंटिंग की मांग
योग के बढ़ते चलन के बाद योग से जुड़ी आर्ट और पेंटिंग की मांग में भी तेजी से इजाफा हुआ है. आजकल योग सेंटर्स और कंपनियां दीवारों पर योग से जुड़ी पेंटिंग्स खूब पसंद कर रही हैं. इसकी इतनी लोकप्रियता बढ़ रही है कि, योग पेंटिंग का कारोबार करीब 500 करोड़ रुपये के पार निकल चुका है. इस कारोबार में अच्छी बढ़त भी दर्ज हो रही है. आने वाले वक्त योग से जुड़ी पेटिंग्स के व्यवसाय में ओर तेजी देखने को मिलेगी.
आयुर्वेद से जुड़ा कारोबार
योग के चलते आयुर्वेद से जुड़े हेल्थ उत्पादों की मांग में अच्छी-खासी बढ़ोत्तरी देखने को मिली. इसके चलते इसके कारोबार करने वाले भी अच्छा कमा रहें हैं. इसका सबसे शानदार उदाहरण बाबा रामदेव की पतंजली है. जिसके कारोबार में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. इसकी इतनी मांग है कि,आज यह कई हजार करोड़ रुपए का हो गया है. आगे भी आयर्वेद से जुड़े बिजनेस में आपार संभावनाएं हैं.
रिपोर्ट-शिवपूजन सिंह
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