टीएनपी डेस्क: भारत में हर साल सड़क दुर्घटना के मामले में इजाफा हो रहा है. सड़क हादसे में हर साल हजारों लोगों की जान चली जाती है . लेकिन इस बीच बड़ा सवाल यह है कि सड़क हादसे में घायल लोगों को भी समय रहते बचाया जा सकता है बस इसके लिए लोगों के पास सही जानकारी होनी चाहिए. तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि समय रहते आप किस तरीके से सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की भी जान बचा सकते हैं. चलिए जानते हैं विस्तार से.....
गोल्डन ऑवर में बचायी जा सकती है जान
दुर्घटना होने के बाद अगले 1 घंटे का समय मरीज के लिए गोल्डन ऑवर होता है. अगर इस बीच मरीज को सही इलाज मिल जाए तो उसकी जान बच सकती है. हालांकि कई बार सड़क हादसे में इंस्टेंट लोगों की जान चली जाती है. लेकिन कई बार लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं और जब तक उन्हें अस्पताल ले जाया जाता है तब तक काफी देर हो गई होती है. तो ऐसे लोगों को आप एक घंटे के अंदर सही इलाज देकर उनकी जान बचा सकते हैं. यानी कि अगर गोल्डन आवर में उनका इलाज किया जाए तो उनकी जान बच सकती है.
कई बार सड़क दुर्घटना होने पर लोग घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाने से कतराते हैं और वह पुलिस के आने का इंतजार करते हैं. उन्हें डर होता है कि कहीं उन पर कोई पुलिसिया कार्रवाई न हो जाए. हम आपको बता दें की मोटर वाहन संशोधन अधिनियम 2019 धारा 134 ए के तहत अगर आप सड़क हादसे में घायल किसी व्यक्ति को अस्पताल पहुंचते हैं तो आपके ऊपर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होगी. इस दौरान अगर व्यक्ति की जान भी चली जाती है तो भी पुलिस मदद करने वाले व्यक्ति के ऊपर कोई भी मामला दर्ज नहीं करेगी. ऐसे में आप जब भी सड़क दुर्घटना में किसी घायल व्यक्ति को देखें तो तुरंत उसे उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाएं. सड़क हादसे में अक्सर कई बार लोगों को गंभीर चोट लगने की वजह से ज्यादा खून निकल जाता है ऐसे में सबसे पहले खून रोकना काफी जरूरी हो जाता है. ऐसे में घायल व्यक्ति के खून निकलने वाले जगह को कपड़े से बांधकर तुरंत उसे अस्पताल लेकर जाएं. कई बार एक्सीडेंट में घायल व्यक्ति शॉक में चले जाने के कारण हार्ट अटैक का भी खतरा होता है और हार्ट अटैक आने पर भी 1 घंटे का समय गोल्डन ऑवर कहलाता है. ऐसे में अगर समय रहते आप घाय व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाते हैं तो उन तुरंत इलाज मिलने से उनकी जान बच सकती है.
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