देवघर(DEOGHAR):देवघर के चितरा थाना क्षेत्र के शिमला काशीडीह जोरिया में 10 मई को एक लड़के का शव पुलिस ने बरामद किया था.मृतक की पहचान स्थानीय मंझलीबाद निवासी सुकर यादव के रूप में की गई थी.मृतक के परिजन ने हत्या का मामला दर्ज करा कर न्याय की गुहार लगाई थी.पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की तो पता चला की सुकर यादव की हत्या की गई है.गहन जांच में पुलिस को प्रेम प्रसंग में इसकी हत्या होने का पता चला.इस हत्याकांड में शामिल दो अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
ऐसे हुई थी सुकर यादव की हत्या
सारठ एसडीपीओ रंजीत कुमार लकड़ा ने सुकर यादव की हत्याकांड का उद्भेदन करते हुए बताया कि सुकर पास के गांव के भागीरथ रजवार की बेटी से पिछले कुछ महीनों से रात में उसके घर जाकर मिला करता था.इसी माह की 9 तारीख को रात्रि में सुकर यादव अपनी प्रेमिका से मिलने गया था.तभी प्रेमिका के पिता ने दोनो को रंगेहाथ पकड़ लिया.फिर प्रेमिका के पिता भागीरथ रजवार ने अपने साला राजेश को बुलाया.प्रेमिका के सामने उसके पिता और मामा ने सुकर यादव को गमछा से गला घोंटकर मार दिया.गमछा सुकर यादव का ही था।जब सुकर यादव की सांसें बंद हो गई तो साक्ष्य छुपाने के लिए प्रेमिका के पिता और मामा ने मोटरसाइकिल पर बैठा कर उसे जोरिया में फेंक दिया.
10 मई को सुकर यादव का शव पुलिस ने बरामद किया था
आपको बताये कि 10 मई को सुकर यादव का शव पुलिस ने बरामद किया था.सुकर के दोनो हत्यारों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दी है.बेटी को दूसरे लड़के के साथ देखकर किसी भी पिता को गुस्सा हो जाएगा,लेकिन इसका मतलब यह नही की गुस्सा में किसी की जिंदगी ही समाप्त कर दिया जाए.ऐसे में मिल बैठ कर या फिर सामाजिक स्तर पर मामले का निष्पादन किया जा सकता है.यदि भागीरथ भी अपने गुस्से पर काबू पा लेता तो शायद सुकर यादव आज इस दुनिया मे रहता.
रिपोर्ट-रितुराज सिन्हा
4+