रांची(RANCHI): झारखंड साइबर अपराध का ग़ढ़ बनता जा रहा है. यहां के साइबर अपराधी देश के हर कोने के लोगों को चूना लगा चुके हैं. लेकिन अब इनके काम करने का तरीका काफी बदल गया है. सिर्फ मोबाईल पर लिंक भेज कर बैंक खाते से पैसा नहीं उड़ा रहे. बल्कि रात रंगीन बनाने का दावा विभिन्न वेबसाईट और फेसबुक के जरिए कर लोगों के सपने को ही उड़ा दे रहे हैं. साइबर अपराधी pornographic,Dating,Facebook और वेबसाइट के जरिए लाखों रुपया उड़ा चुके हैं. ऐसे ही मामले में साइबर थाना पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों में दो पुलिस अधिकारी के परिवार से जुड़े हुए हैं.
कैसे बनाते थे शिकार
बता दें कि सैकड़ों ऐसे पोर्टल है जो रात रंगीन करने के दावे करते है.कई ऐसे facebook पेज है जो डेटिंग और pornographic को प्रोमोट करते है. उसमें एक मोबाईल नंबर भी रहता है. उस नंबर पर दूसरी ओर बैठ व्यक्ति व्हाट्सअप के जरिए बात करता है. इस सर्विस को girls Escort Service कहा जाता है. इसमें आपको जिस स्थान पर लड़की चाहिए वहां आपको भेज दिया जाएगा. इसके लिए कुछ पैसे Advanace देने की बात करता है. व्यक्ति के झांसे में आकर लोग उसे पैसा भी भेज देते है.बस पैसा मिलते ही साइबर अपराधी जवाब देना बंद कर देते थे.
कैसे मिली सफलता
नेहा बाला पुलिस अधीक्षक सीआईडी ने बताया कि एक व्यवसाय से पाँच लाख रुपये की ठगी की गई थी. इस मामले में अनुसंधान के दौरान इसका लिंक गिरीडिह से जुड़ा मिला. जिसके बाद पहली गिरफ़्तारी गिरीडीह से कि गई. गिरफ्तार अपराधी से पूछताछ में उसने कबुला की वह लिंक बनाया करता था.बाकी का काम अन्य साथी करते थे.जानकारी मिलते ही अन्य अपराधियों को साइबर पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ.साइबर पुलिस को जो जानकारी मिली वह देख इनके आंख फटे के फटे रह गए.
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास बरामद समान और आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार साइबर अपराधी अपराधियों में मोहन साव उम्र 28 वर्ष,थाना गांडेय ,गिरीडीह दूसरा गोपाल सिंह उम्र 28 वर्ष, हवाई नगर जगरनाथपुर,रांची तीसरा अमर प्रताप सिंह उर्फ शुभम कुमार उम्र 29 वर्ष, कांके रांची और चौथा सपन कुमार सिन्हा,उम्र 39 वर्ष हजारीबाग का रहने वाला है. इनके पास से 11 मोबाईल फोन,सीम 25, चेकबूक/पासबुक 14,एटीएम कार्ड 19,लैपटॉप 03,नगद 21550, स्वाइप मशीन 01,स्कैनर एक,राउटर 01 पीस बरामद किया गया है. गिरफ्तार मोहन साव पर इससे पूर्व तीन अलग अलग मामले गिरीडीह साइबर थाना में दर्ज है.
4+