सुपौल(SUPAUL):बिहार में बेरोजगारी की समस्या किसी से छुपी नहीं है, यही वजह है कि यहां से अधिकतर युवा बिहार से निकलकर अन्य राज्यों में पलायन करते हैं. वही कई लोग सऊदी में भी अपनी किस्मत आजमाने जाते हैं और अपने परिवार का पेट पालने के लिए वहां जाकर विदेश में मजदूरी करते हैं,जो पढ़े लिखे होते है, वो लोग तो वहां सरवाईव कर जाते है, लेकिन जो लोग पढ़े-लिखे नहीं होते हैं उन लोगों पर कंपनी या फिर ठेकेदारों की ओर से प्रताड़ित किया जाता है, जिसका कई उदाहरण अब तक सामने आ चुके है. एक बार फिर सुपौल जिले के बसंतपुर से ऐसी एक घटना सामने आई है, जिसके बाद इलाके में सनसनी मच गई है.
मौत की खबर सुनते ही परिजनों में चीखपुकार मच गयी है
आपको बताये कि सुपौल जिले के बसंतपुर पंचायत वार्ड 4 रघुनाथपुर निवासी 47 वर्षीय लाल बहादुर साह मजदूरी करने 4 मार्च 2023 को साउदी अरब के रफा गए थे, जिसके बाद आज उनकी मौत की खबर सामने आई. जिसको सुनते ही परिजनों में चीखपुकार मच गयी है.हालांकि पीड़ित परिवार और ग्रामीणों का आरोप है कि इसी वार्ड के निवासी मुक्ति साह का पुत्र डोमन साह को एक लाख 50 हजार रुपये लेकर सउदी अरब मजदूरी करने ले गया, लेकिन साउदी अरब के रफा पहुंचने के बाद मेरा लाल बहादुर साह मोबाइल से एक वीडियो बनाकर भेजा कि जो लोग मजदूरी करने साउदी अरब आ रहे है,तो मत आओ क्योंकि यहां पर भारतीय मजदूरों के साथ मारपीट किया जाता है.
सरकार से शव वापसी की गुहार
जबकि मृतक के पत्नी का यह भी आरोप है कि डोमन साह ने उसके पति को टूरिस्ट विजा बनाकर मजदूरी करवाने ले गया, जबकि टूरिस्ट विजा का समय सीमा केवल तीन माह का ही होता है और सऊदी अरब से 1 मई को यह खबर आयी कि 25 अप्रैल को उसके पति नहीं रहे जिसके बाद आजतक उसके पति का शव वापस नहीं भेजा गया है.वहीं मृतक लाल बहादुर साह को 7 पुत्री और एक पुत्र है.इस घटना से पूरे परिवार में मातम का माहौल बना हुआ है. परिवार और ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से लेकर सरकार से गुहार लगाई है कि लाल बहादुर का शव सऊदी अरब के रफा से भारत इनके घर वापस करे और मुआवजा की राशि दिया जाए ताकि मृतक परिवार को मदद मिल सके.
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