गया : डायन कहकर जला दी गई महिला , हत्या के बाद पूरा गांव हुआ खाली
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गया(GAYA): एक बार पुनः अंधविश्वाश लील गया एक निर्दोष की जान. अपवाह और भीड़ ने फिर अपनी पशुता दिखा कर किसी को उतार दिया मौत के घाट. एक बेहद निर्मम खबर बिहार के गया से आ रही जहां महिला को डायन बता जिंदा जला कर मार डाला. अपराध को अंजाम देकर गिरफ्तारी के डर से पूरा गाँव पलायन कर चुका है. गया के एक गांव मविन में एक महिला रीता देवी पर डायन का आरोप लगाकर गांव के ही लोगों की उग्र भीड़ घर में जबरन घुस गई और केरोसिन छिड़ककर आग महिला को जिंदा जला दिया. इस जघन्य अपराध के बाद से मृतिका के परिजनों में डर का माहौल व्याप्त है. वहीं आरोपित लोग पुलिस और प्रशासन के डर से गांव छोड़ कर भाग चुके हैं. गया के डुमरिया प्रखंड के मैगरा थाना क्षेत्र का पचमह गांव नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आता है. इस घटना के बाद से ही गाँव में भय का ऐसा माहौल व्याप्त है. पूरा गांव खाली हो चुका है. लगभग 40 घरों की इस बस्ती में आज सन्नाटा पसरा हुआ है. गिरफ्तारी के डर से इस बस्ती में रहने वाले लोग अपने घरों में ताला लगाकर पलायन कर चुके हैं.
जानिए क्या है पूरी घटना
आपको बता दें कि घटना के 45 दिन पहले गांव के एक युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई जिसपर ग्रामीणों ने महिला पर डायन होने का आरोप लगाया था. इसके पूर्व महिला को डायन साबित करने के लिए ग्रामीणों के द्वारा कई गावों में चंदा भी किया गया था. इकट्ठा किए गए चंदे से डेढ़ लाख रुपए में झारखंड से ओझा व भगत को बुलाया गया था. घटना के सुबह से पंचायत लगाई गई थी इस पंचायत में स्थानीय जन प्रतिनिधि नहीं सिर्फ ग्रामीण शामिल हुए थे. पंचायत में कुछ फैसला होता की इसके पूर्व उग्र सैकड़ों की भीड़ ने महिला के घर पर हमला बोल दिया. जबरन घर में घुसकर महिला के साथ मारपीट की गई और फिर उसे जिंदा जला दिया था.
मृतिका के पुत्र ने मांगा इंसाफ व दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की
मृतक के बेटे ने बताया की गांव वालों ने मेरी मां को डायन बोल बोल कर जिंदा जला दिया और मेरे घर पर कुछ रिश्तेदार आये हुए थे लोगों ने उनके साथ भी मारपीट की. जिनकी हालत अभी भी ख़राब है. हम उस गांव में असुरक्षित हैं इसलिए अभी हम लोग गांव छोड़ कर दूसरे जगह पर रह रहे हैं. क्योंकि हम लोगों को डर है कि जिस तरह से मेरी मां की हत्या की गई है कहीं उसी तरह से हम लोगों की भी हत्या न कर दी जाए. मेरे घर पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हमला बोल कर घटना को अंजाम दिया था. अब यह सभी लोग प्रशासन के डर से गांव छोड़ कर भाग गए हैं. मगर मुझे लगता है की रात में यह लोग आते हैं. हम सरकार से गुहार लगाते हैं की जो भी दोषी हो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले और किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाए.
14 लोगों की हुई गिरफ़्तारी, 68 लोगों पर नामजद , 200 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज
घटना के बाद मृतक महिला रीता देवी के परिजनों में भय का माहौल है. उन्हें आशंका है कि कहीं आरोपी ग्रामीण उनपर हमला न कर दें. वहीं उससे बचने के लिए पास के दूसरे गांव में अपने रिश्तेदार के यहां चले गए है. परिजनों के द्वारा 68 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है तथा 200 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई है. जिसमें 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जहां परिजन उग्र ग्रामीणों के डर से घर छोड़कर चले गए हैं. वहीं ग्रामीण पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए घर में ताला लगाकर पलायन कर चुके हैं.
गिरफ़्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया की इस घटना में हमने खुद घटना स्थल पर जा कर मुयायना किया था और पीड़ित परिवार से मिलकर तथा कुछ और ग्रामीणों से मिलकर घटना की बातचीत कर जानकारी और बयान भी लिया है. सभी लोगों ने घटना की पुष्टि की है. मामले में दर्ज प्राथमिकी में 69 लोगों का नाम था जब हमने बयान लिया तो उन्होंने ने बताया की कुछ लोगों का नाम गलती से प्राथमिकी में दर्ज हो गया है और कुछ नाम छूट गया है तो हमने उनसे कहा है आप लिखित में नाम दे दे. एसएसपी ने बताया कि अब तक इस मामले में 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और बाकी आरोपी गांव छोड़ कर फरार हैं. जिसके गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. वहीं पीड़ित परिवार के सुरक्षा के लिए भी इमामगंज डीएसपी और मैगरा थाने की पुलिस मामले में गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. इसके साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा गया है.
होगी पूरी कारवाई : जिलाधिकारी
गया के जिलाधिकारी त्याग राजन एस एम ने बताया की यह घटना बहुत ही दुखद है और अंधविश्वास की वजह से यह घटना हुई है. उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया है. साथ में लेवर डिपार्टमेंट के तहत जांच के बाद उनको जो सहायता मिल सकती है उसके लिए भी प्रोसेस किया जा रहा है. इसके साथ ही डीएम ने एसडीओ को निर्देश दिया है कि इस तरह की घटना नहीं हो इसके लिए लोगों को जागरूक करें और जो लोग इस तरह की घटना कर रहे है वैसे लोगों को चिह्नित कर कारवाई करें.
क्या है कारण !
इस घटना के बाद एक बार फिर भारतीय समाज कटघरे में आकार खड़ा हो गया है. कई बार इन मामलों की जड़ अंध विश्वास अंधश्रद्धा होती है और कई बार ऐसी घटनाओं के पीछे होता है कोई स्वार्थ जिसको को धर्म की आड़ में अंजाम दिया जाता है. कितनी ही महिलाएं अबतक डायन बिसाही कहकर मार दी गई. कितने ही निर्दोष इस भ्रम की आड़ में अपनी धन संपत्ति से हाथ धो बैठे. अधिकतर मामलों में पाया जाता है कि कुछ स्वार्थी लोग किसी महिला की जमीन संपत्ति या कुछ अनैतिक मनवाने के लिए भी इस तरह लोगों के दिमाग से खेलते है.
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