मोतिहारी(MOTIHARI): बालासोर ट्रेन हादसे में लगभग 200 से 300 के बीच यात्रियों की मौत हुई. आपको यह महज एक आंकड़ा लगेगा. लेकिन जब आप इन मृतकों के परिजनों को देखेंगे, उसकी हालातों को देखेंगे, तो आपको समझ आएगा कि करोड़ों सपने और करोड़ों अरमानों की मृत्यु हुई है. जिसकी भरपाई कर पाना किसी हाथ में नहीं है. इन मृतकों की अपनी-अपनी कहानियां है. जिसको आप नजदीक से देखेंगे, तो आपको समझ आएगा कि वो एक व्यक्ति नहीं गया. बल्कि उसके पीछे एक पूरे परिवार की खुशियां चली गई. एक ऐसा ही मार्मिक मामला बिहार से सामने आया है. जहां अपनी बेटी की शादी के कर्ज चुकाने के लिए कमाने निकले पिता की ट्रेन हादसे में मौत हो गई. इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
15 दिन पहले बेटी की शादी कर कमाने निकले पिता की मौत
आपको बताये कि घटना के बाद गरीब परिवार के ऊपर आफत का पहाड़ टूट पड़ा है. क्योंकि जिस पिता ने बेटी को डोली पर ससुराल विदाकर शादी के कर्ज चुकाने बाहर कमाने निकला था. वो इस दुनिया से विदा हो गया. वही शव के गांव पहुंचते ही पूरे गांव में चीख पुकार और मातम पसर गया है. आपको बता दे की उड़ीसा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में बिहार के 25 लोग अब तक अपनी जान गवां चुके है. जिसमे मोतिहारी के इंद्रदेव राउत भी शामिल है.
शादी में लिये कर्ज को चुकाने के लिए काम की तलाश में निकला था पिता
आपको बता दे कि मृतक इंद्रदेव राउत लखौरा थाना क्षेत्र के इनरवा फुलवार के रहनेवाले हैं. जो काफी गरीब थे. और कुछ कर्ज लेकर महज 15 दिन पहले अपनी बेटी की शाद कर उसे विदा किया था.
ट्रेन हादसे के दौरान बाथरूम में घुसा था इंद्रदेव राउत
इसी शादी के कर्ज को चुकाने के लिये अपने 5 साथियों के साथ बाहर काम की तलाश में निकले थे. लेकिन भीषण ट्रेन दुर्घटना के शिकार हो गये. वहीं उनके 4 अन्य साथी भी इस घटना में घायल हो गए. घटना की जाकारी देते हुए उनके साथियों ने बताया कि घटना के कुछ मिनट पहले ट्रेन में सवार इंद्ररदेव ट्रेन के बाथरूम में घुसा था. तभी एक-दूसरे के बीच ट्रेन की भीषण टक्कर हुई. जिसमें बाथरूम के अंदर ही दब कर उसकी मौत हो गई.
वहीं 4 साथी भी हादसे में घायल
परिवार वालो ने इनर देव के शव को काफी मसक्कत से ढूंढा. मिडिया के सहयोग से शव को निकाला गया. वहीं गांव वालों का कहना है कि मृतक का परिवार काफी गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर है. जिसकी मदद के लिये सरकार को आगे आना चाहिए
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