बेगूसराय(BEGUSARAI):सोशल मीडिया के बढ़ते दौर में रील्स बनाने का चलन और उसे विभिन्न प्लेटफार्म पर डालने के चक्कर में लोग असली नकली का पहचान भुला दे रहे है, जो अब लोगों पर भारी पर रहा है. बिहार के बेगूसराय जिले से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां बेगूसराय में नकली डीएसपी बनकर साइन बोर्ड और लाइट लगाना एक युवक को महंगा पड़ गया.इस युवक के खिलाफ साइबर थाना की पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई तेज कर दी है. जिसके बाद से युवक फरार बताया जा रहा है.
नकली DSP का साइन बोर्ड और लाइट लगाकर बनाता था वीडियो
आपको बता दें कि एक काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी पर डीएसपी का बोर्ड,पुलिस की लाइट और स्टीकर चिपका कर नकली डीएसपी बनकर रीलस बनाने का एक वीडियो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हुआ. जिसके बाद साइबर थाना की पुलिस अधिकारी अंजलि कुमारी के द्वारा जांच पड़ताल के बाद मामला दर्ज कराया गया. दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस को एक वीडियो प्राप्त हुआ जिसमे काले रंग का एक स्कॉर्पियो पर पुलिस की लाइट,डीएसपी लिखा साइन बोर्ड और स्टीकर लगा हुआ पाया गया. वीडियो मे दिख रहा गाड़ी का नंबर BRO1HR1376 है. यह वाहन रिफाइनरी सहायक थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर दस मोसादपुर तिलरथ के रहने वाले नारायण महतो का है.
पढ़ें क्या है पूरा मामला
नारायण महतो ने बताया कि उनके घर मे कोई सरकारी सेवक नहीं है. इनका लड़का कर्ण कुमार जो सोशल मिडिया पर वीडियो बना कर डालता है. दर्ज एफआइआर मे पिता के द्वारा यह भी बताया गया कि उनका बेटा डीएसपी लगा बोर्ड का इस्तेमाल किया है, वहीं आरोपी कर्ण कुमार के द्वारा बताया गया कि कर्ण कुमार अभी बाहर है. इस मामले मे पुलिस ने लोक सेवक के रूप मे डीएसपी पद को धारण करना और आम जनता को भ्रमित करना एक अपराध है, जिसके तहत कर्ण कुमार के विरुद्ध आईपीसी की धारा 170/419 और आईपीसी की धारा 66D आइटी एक्ट के तहत साइबर थाना बेगूसराय मे दर्ज कर पुलिस आगे की कारवाई मे जुट गयी है.एसपी मनीष कुमार ने बताया है कि एक युवक के द्वारा नकली डीएसपी का बोर्ड गाड़ी पर लगाकर इंस्टाग्राम पर वीडियो बनाकर वायरल करने का का मामला सामने आया है. युवक को गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस छापेमारी कर रही है.
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