कैमूर(KAIMUR):यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने वाली ट्रेन हमेशा चोरी और लूट की वारदात को लेकर चर्चा में बनी रहती है लेकिन यात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाने वाली ट्रेन में जब एक किलकारी गूंजी तो ट्रेन में बैठे सभी यात्री भी खुश हो गए.दरअसल 13553 आसनसोल ट्रेन से रांची की रहने वाली दिनेश लोहार की 30 वर्षीय पत्नी आरती देवी अपने ममेरा ससुर और अपने दो बेटियों के साथ वाराणसी से रांची जा रही महिला का ट्रेन में ही प्रसव हो गया, इस दौरान महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया.
महिला की तबीयत बिगड़ने पर आरपीएफ ने पहुंचाया अस्पताल
जन्म के बाद महिला की थोड़ी तबियत बिगड़ने लगी. यह सूचना जैसे ही रेल महकमा में पहुंचा भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर पहले से ही आरपीएफ और स्टेशन मास्टर ट्रेन आने से पहले खड़े दिखे और ट्रेन आते ही महिला को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया. जहां फिलहाल जच्चा बच्चा सुरक्षित है. महिला झारखंड के रांची के दिनेश लोहार की 30 वर्षीय पत्नी आरती देवी बताई जा रही है.महिला उत्तर प्रदेश के ईंट भट्टे पर पति और दो बच्चों के साथ काम करती थी.पति भी साथ में थे लेकिन ट्रेन में भीड़ और सामान ज्यादा होने के कारण स्टेशन पर ही छूट गए ये लोग ट्रेन में चढ़ गए थे.महिला का पहले से एक चार साल की बच्ची और दुसरी 5 साल की बच्ची है.
ट्रेन में ही शुरू हुआ प्रसव पीड़ा
जानकारी देते हुए रामजी लाल गुप्ता उपनिरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल भभुआ रोड रेलवे स्टेशन ने बताया कि स्टेशन मास्टर और मुझे सूचना मिला था कि वाराणसी आसनसोल पैसेंजर जो वाराणसी की तरफ से आ रही है उसमें गार्ड बोगी से तीसरे नंबर पर एक महिला को प्रसव पीड़ा हो रहा है और दर्द में है.सूचना पर स्टेशन मास्टर और हम ट्रेन आने से पहले उस बोगी वाले स्थान पर खड़े रहे। जैसे ट्रेन आया महिला को सुरक्षित उतरवाकर अनुमंडल अस्पताल मोहनिया टेंपो के माध्यम से भिजवाया गया. जहां जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित है. महिला ने ट्रेन में ही बच्चे को जन्म दे दिया था. उसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ रही थी.वह अपने ससुर के साथ रांची जा रही थी.
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