पटना(PATNA): बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही सरकार के मंत्री अब तेवर में आने लगे है और सरकारी कर्मियों को ईमानदारी पूर्वक कार्य करने की नसीहत दे रहे हैं.
मौलाना अबुल कलाम आजाद के जयंती
बिहार सरकार के विधि मंत्री ने भी कहा है कि शिक्षकों को भी अब अपने जवाबदेही से भागना नहीं होगा और ईमानदारी पूर्वक बच्चों को पढ़ाना होगा तभी बिहार आगे बढ़ पाएगा. आपको बता दें कि पूर्व शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के जयंती को मोतिहारी में उर्दू शिक्षकों द्वारा एजुकेशन डे के तौर पर मनाया गया.
दर्जनों शिक्षक और बच्चों को सम्मानित किया गया
वहीं, मोतिहारी के नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के विधि मंत्री डॉ शमीम अहमद पहुंचे थे. वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता पत्रकार अक्किल अहमद ने किया. इस मौके पर दर्जनों शिक्षक और बच्चों को सम्मानित किया गया.
शिक्षा के लिए जो लकीर खिंच दिया वो ऐतिहासिक
वहीं, इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे विधि मंत्री डॉ शमीम अहमद ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद शिक्षा मंत्री बनकर शिक्षा के लिए जो लकीर खिंच दिया वो ऐतिहासिक है. वहीं, इस मौके पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आजकल कुछ लोग भाषा को लेकर शिक्षा का बंटवारा कर दे रहे है जबकि कोई व्यक्ति किसी भाषा का ज्ञान हासिल कर सकता है.
बिहार का विकास हो सकेगा
इस मौके पर मंत्री शमीम अहमद ने लोगों को अपने कर्तव्य का बोध कराते हुए कहा कि शिक्षक भी अपने कर्तव्य को ईमानदारी से निर्वहन करें भागे नहीं और बच्चों को बेहतर तरीके से शिक्षा दें तभी बिहार का विकास हो सकेगा.
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