सीतामढ़ी(SITAMADHI): बिहार के सीतामढ़ी जिले में फर्जी तरीके से चल रहे 88 मदरसों के खिलाफ जिला प्रशासन के द्वारा कार्रवाई की जा रही है. इस मामले को लेकर पटना उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसमें मोहम्मद अलाउद्दीन बिस्मिल के द्वारा यह शिकायत की गई की थी की मदरसा फर्जी तरीके से सरकारी अनुदान लेने का काम कर रहा है. इस मामले के लेकर उच्च न्यायालय के द्वारा शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को जांच का आदेश दिया गया है. जिसके आलोक में सीतामढ़ी जिले में गौ जांच के बाद कुल 88 मदरसे चिन्हित किया गया है जो फर्जी तरीके से वर्षो से चल रहे थे और सरकारी अनुदान को डकारने का काम कर रहे थे. इस मामले को लेकर पूरे बिहार में 2459 अनुदानित मदरसों के जांच के आदेश दिए गए थे. इस आलोक में खगड़िया ,बांका ,बेगूसराय,कटिहार ,मधुबनी ,मुजफ्फरपुर ,किशनगंज ,शिवहर ,सीतामढ़ी ,सिवान ,भागलपुर ,पूर्वी चंपारण ,पटना ,पूर्णिया ,पश्चिम चंपारण ,रोहतास ,शेखपुरा ,समस्तीपुर ,सहरसा ,सारण ,सुपौल ,दरभंगा ,वैशाली ,अररिया ,औरंगाबाद ,गया और गोपालगंज जिला के मदरसा शामिल है. अब तक इस मामले की लेकर सिर्फ सीतामढ़ी जिले फर्जी मदरसों की रिपोर्ट सरकार के पास भेजी गई है.
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